प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्के (Prime Minister Narendra Modi) साथ विभिन्न राज्यों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग में बिहार की ओर से कोटा में फंसे छात्रों का मुद्दा भी उठा. इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने साफ-साफ कहा है कि हम केंद्र सरकार के गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं और वर्तमान कानून के तहत छात्रों को वापस लाना संभव नहीं है. नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से कहा कि देश के दूसरे राज्यों में भी बिहार के बच्चे पढ़ते हैं. लॉकडाउन का पालन करते हुए उन्हें बुलाना अभी सम्भव नहीं है.
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि पहले गाइड लाइन में संशोधन किया जाए तभी छात्रों को बिहार लाना संभव हो सकेगा. इसके लिए केंद्र सरकार विशेष दिशा निर्देश भी जारी करे.
‘हरसंभव उपाय कर रही बिहार सरकार’
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के गाइड लाइन के अनुरूप ज़रूरतमंदों के जीविकोपार्जन के लिए जो ज़रूरी आर्थिक गतिविधियां हैं उसे संचालित किया जा रहा है. लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में थे इस वजह से कोरोना संक्रमण से बचाव हो रहा है.
कल तक के लिए टली सुनवाई
बता दें कि कोटा व अन्य राज्यों में लॉकडाउन में फंसे बिहार के छात्रों की घर वापसी के मामले पर सुनवाई कल तक के लिए टल गई है. जस्टिस हेमंत कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ अधिवक्ता अजय कुमार ठाकुर व अन्य द्वारा दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को जवाब देने के लिए कल तक की मोहलत दी.
बता दें कि पिछली सुनवाई में हाइकोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकारों से इस मुद्दे पर जवाब तलब किया था. कोर्ट ने इन्हें यह बताने को कहा कि मुश्किल में फंसे इन छात्रों को वापस बुलाने के लिए कैसे कार्रवाई की जा रही है.
केंद्र सरकार के जवाब का इंतजार
इससे पूर्व राज्य सरकार ने अपने रिपोर्ट में कोर्ट को बताया था कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में इन छात्रों को लॉकडाउन में वापस लाने में असमर्थ है. हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को जवाब देने का निर्देश देते हुए यह बताने को कहा है कि इन्हें वापस लाने कैसे व्यवस्था होगी. केंद्र सरकार के जवाब आने के बाद कल 28 अप्रैल को फिर सुनवाई की जाएगी.
Source: news18
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