कहते हैं प्यार अंधा होता है। वह जात-पात, धर्म-मजहब को नहीं मानता। इस कहावत को बरेली की रहने वाली शबनम ने सच कर दिखाया है। उसने आकाश के प्यार में शिवानी बन हिंदू रीति रिवाज से शादी की और अब दोनों साथ रह रहे हैं। शिवानी ने कोर्ट में भी कहा कि उसने आत्मसम्मान के लिए इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है और वो आकाश के साथ रहना चाहती हैं। कोर्ट ने भी शिवानी को आकाश के साथ रहने की इजाजत दे दी है।
शाहजहांपुर के खुदागंज के भर्री बसंतपुर गांव निवासी आकाश की फरीदपुर के भूरे खां गोटिया की शबनम से फेसबुक पर दोस्ती हुई। इसके बाद दोनों में फोन पर बातें होने लगीं। शबनम शादीशुदा थी। इसके बाद भी उसने आकाश को पाने की जिद शुरू कर दी। परिवार वालों ने उस पर पहरा लगा दिया, लेकिन वह मौका पाकर आकाश के साथ भाग गई। 11 जुलाई को परिवार वालों ने शबनम की गुमशुदगी फरीदपुर थाने में दर्ज कराई।
पुलिस ने शबनम को आकाश के साथ खोज निकाला। पुलिस ने दोनों बयान दर्ज किए। मांग में सिंदूर लगाई शबनम ने पुलिस को बताया कि उसने शिवानी बनकर आकाश के साथ मंदिर में शादी कर ली है। शिवानी आकाश के साथ रहने की जिद पर अड़ गई। पुलिस ने युवती के बयान दर्ज कर आकाश की सुपुर्दगी में दे दिया। मामले की जांच कर रहे उप निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि शिवानी बालिग है।
शादी के बाद पति करता था पि’टाई।
युवती ने बताया उसकी शादी शाहजहांपुर से तिलहर के जल्लापुर गांव के युवक से हुई थी। ससुराल में लगातार यातनाएं मिलीं। इसके बाद वह मायके आकर रहने लगी। इसी दौरान उसकी आकाश से दोस्ती हुई, जिसके बाद उसने युवक के साथ रहने का फैसला लिया।
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