शादी की तारीख तय हो गई और बीच में कोरोना वायरस आ गया। इसे लेकर लॉकडाउन वन फिर लॉकडाउन टू…सभी अपने-अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। और शादी की तारीख नजदीक आती जा रही है। दुल्हा-दुल्हन अपनी आने वाली जिंदगीके हसीन सपने लेकर जल्द-से-जल्द एक-दूसरे के हो जाना चाहते हैं। लेकिन लॉकडाउन को लेकर ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। घर के लोग भी परेशान की शादी कैसे हो? बिना रस्म रिवाज, सगे संबंधियों की शादी कैसे होगी? इधर, लड़का-लड़की को शादी टूट जाने की चिंता सता रही है। ऐसे में अब शादी करने वाले युवा कोर्ट मैरिज का सहारा लेना चाह रहे है। वे पारंपरिक तरीके से पहले अपनी शादी की कानूनी मान्यता ले लेना चाहते हैं।
सबसे बड़ी खुशी में कोरोना ने डाल दिया बाधा
पोस्टल पार्क के अविनाश की भी शादी लॉकडाउन ने आगे टाल दिया है। वे कहते हैं कि जीवन की सबसे बड़ी खुशी में कोरोना ने बाधा डाल दी है, लेकिन निराश नहीं है। शादी तो आगे चली गई है, लेकिन इससे पहले इसकी मान्यता ले लेना चाह चाहते हैं।
नहीं है ऑनलाइन सुविधा
निबंधन कार्यालय के एक कर्मचारी ने बताया कि लोग कोर्ट मैरिज करना चाह रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन में घर से बाहर निकलने में परेशानी है। शादी के लिए गवाह का भी होना जरूरी है। बता दें कि कार्यालय में शादी के लिये ऑनलाइन की सुविधा नहीं है।
पहले दिन निबंधन विभाग को 24 लाख का राजस्व
निबंधन विभाग की ओर से बुधवार को दस्तावेजों का निबंधन शुरू कर दिया गया। पहले दिन 10 लोगों ने दस्तावेज के निबंधन के लिए समय मांगा था। जिसमें आठ का निबंधन हुआ। विभाग को इन आठ दस्तावेजों से 24.17 लाख रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई।
Source: Hindustan
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