पटना: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बुधवार को एक दिन के दौरे पर बिहार की राजधानी पटना पहुंचे थे. यहां उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से बंद कमरे में काफी देर तक बातचीत हुई.
बैठक के बाद तीनों नेता कमरे से बाहर निकल कर प्रेस वार्ता के लिए पहुंचे और पत्रकारों का सवाल-जवाब शुरू हुआ तो शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन जैसे ही केसीआर ने यह कहा कि उनका और नीतीश कुमार का लक्ष्य ‘बीजेपी मुक्त भारत’ बनाना है, तो पत्रकारों ने उनसे यह सवाल पूछा कि क्या इसके लिए नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. इसके बाद जो हुआ उसके राजनीतिक अर्थ खोजे जा रहे हैं.
सीएम केसीआर से सवाल पूछा गया कि क्या 2024 में विपक्ष का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे? जैसे ही नीतीश कुमार अपना नाम पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर सुने वो बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही अपनी कुर्सी छोड़कर उठ खड़े हुए. इससे बहुत देर तक अजीबोगरीब स्थिति बनी रही.
केसीआर बोलते रहे और नीतीश कुमार ठीक उनके बगल में खड़े रहे. इस दौरान केसीआर कभी नीतीश कुमार का हाथ, तो कभी उनका कुर्ता पकड़ कर खींच कर उन्हें बिठाने की कोशिश करते रहे, लेकिन नीतीश कुमार बैठने को तैयार नहीं हुए. इस सबके बीच उनकी हंसी नहीं रूक रही थी.
नीतीश कुमार को बार-बार बिठाने का प्रयास करते रहे KCR
केसीआर उनके नहीं बैठने पर बार-बार कहते, नीतीश जी बैठ जाइए. इस पर नीतीश कुमार कहते, नहीं-नहीं चलिए अब, पत्रकार लोग फालतू सवाल कर रहे हैं. तभी केसीआर से फिर सवाल पूछा गया कि क्या कोई थर्ड फ्रंट बनेगा और उसके प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बैठ कर तय कर लेंगे. आप लोग चिंता मत कीजिए.
तभी कांग्रेस को लेकर सवाल हुआ कि क्या इस फ्रंट में कांग्रेस भी रहेगी या फिर कांग्रेस की भूमिका क्या रहेगी. राहुल गांधी की भूमिका क्या रहेगी. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा ‘मेन फ्रंट’ है, थर्ड फ्रंट क्या होता है. इस पर केसीआर ने भी कहा, नीतीश जी ने कहा हमारा ‘मेन फ्रंट’ है.
केसीआर की बात मान गए नीतीश, फिर तेजस्वी से हुई गुफ्तगू
प्रेस वार्ता में सवाल-जवाब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अधिकतर समय खड़े ही रहे और उन्हें केसीआर बिठाने का प्रयास करते रहे. आखिरकार नीतीश कुमार मान गए और अपनी कुर्सी पर बैठ गए, इस बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव में उनके कान में कुछ कहा और दोनों हंसने लगे.
तब एक बार फिर उनसे कांग्रेस और 2024 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सवाल पूछे जाने लगे तो नीतीश कुमार उठे और उन्होंने कह दिया अब प्रेस वार्ता ख़त्म किया जाए जिसके कुछ देर बाद प्रेस वार्ता को समाप्त कर दिया गया.
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संयुक्त प्रेस वार्ता से यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या यह कांग्रेस को इशारा है कि आप थर्ड फ्रंट हैं, और क्षेत्रीय दलों को ड्राइविंग सीट पर रहने दीजिए. बीजेपी के खि’लाफ मोर्चा बनाकर लड़ने के लिए इस सवाल का जवाब आने वाली राजनीति को प्रभावित कर सकता है.
Be First to Comment