पाकिस्तानी रिपोर्टर मायरा हाशमी ने वायरल हो रहे वीडियो को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। एक वायरल वीडियो में वो कैमरे के सामने एक लड़के को थप्पड़ मारती हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि लड़का महिला पत्रकार को परेशान कर रहा था। अब 24 साल की मायरा हाशमी ने 9 जुलाई को ई-उल-अधा के मौके पर रिपोर्टिंग के दौरान हुई इस घटना पर अपनी बात रखी है।
उर्दू भाषा में किए ट्वीट में उन्होंने कहा, उसे (लड़का) समझाया कि यह ऐसा नहीं है, जो दिख रहा है। दरअसल, एक परिवार था, जिसका इंटरव्यू लिया जा रहा था और वो लड़का उन्हें परेशान कर रहा था। उसे कई बार विनम्रता के साथ मना भी किया गया। लेकिन वो लड़का गाली-गलौज करता रहा। इसलिए उसे सबक सिखाने के लिए थप्पड़ मारना पड़ा।
बताते चलें कि जब यह वीडियो वायरल हुआ तो ट्विटर दो हिस्सों में बंट गया। जहां कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने पत्रकार के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा कि लड़के ने दुर्व्य’वहार किया होगा, वहीं कई अन्य ने कहा कि पत्रकार की हरकत अनावश्यक थीं। कईयों ने उन्हें महिला चांद नवाब तक कह डाला।
इस बार भी, स्पष्टीकरण जारी करने के बाद उन्हें तारीफ और आलोचना दोनों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों ने उनके समर्थन में ट्वीट किया कि उन्होंने जो किया वो अच्छा था तो कुछ ने इसे गैर पेशेवर हरकत कहा है।
एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार सिद्धा धर ने उर्दू में ट्वीट किया, “रिपोर्टर एक सामाजिक कार्यकर्ता नहीं है, लेकिन अगर लड़का उसकी चे’तावनी के बावजूद उसके सामने एक परिवार के साथ असभ्य हो रहा है … वे ऐसा कुछ (थप्पड़ मार) कर सकते हैं। यहां तक कि पत्रकारों को भी कभी-कभी ऐसी कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। क्या उन्हें इसे बर्दाश्त करना चाहिए? मैं तुम्हारे साथ हूं।”
कईयों ने मायरा के थप्पड़ कांड को ‘पब्लिसिटी स्टंट’ करार दिया और लिखा, “वह झूठ बोल रही है। ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने खुद यह वीडियो अपलोड किया। लेकिन उस हिस्से को अपलोड नहीं किया जहां लड़का एक परिवार को चिढ़ा रहा था।
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