राजधानी पटना के राजीव नगर में रविवार की सुबह अवैध कब्जों को ढहाने के लिए पुलिस प्रशासन मौके पर एक दर्जन से अधिक जेसीबी के साथ पहुंची। इस बीच हजारों की संख्या में लोग घरों से बाहर निकल कर प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे।
गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर पत्थरबाजी भी की। इस दौरान एक बुजुर्ग अपने घर के बाहर बेहोश हो गया। परिजनों का कहना है कि मकान ध्वस्त करने की खबर सुन उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। इलाज के लिए बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि राजीव नगर में आज सुबह 5:00 बजे से प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है। पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया है। 3 लोगों को हल्की चोटें आई हैं। किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है। मृत्यु के बारे में जो अफवाह फैलाई जा रही है, जिला प्रशासन उसका खंडन करता है।
बता दें कि राजीव नगर के 10 24 एकड़ में रह रहे लोगों को जिला प्रशासन की ओर से 70 घरों को तोड़ने का नोटिस भेजा गया था। साथ ही 20 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने की बात कही गई थी। यह नोटिस सीओ ने जारी किया था, जिसके बाद राजीव नगर के लोगों में काफी आक्रोश है।
नोटिस मिलने के बाद 23 मई को दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के सैकड़ों सदस्य अंचलाधिकारी पटना द्वारा निर्गत नोटिस का जवाब देने उनके कार्यालय में पहुंचें थे, जहां समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह ने सीओ को अपना पक्ष प्रस्तुत किया था। जिसे पढ़ने के बाद अंचलाधिकारी ने ने इस मामले में सात जून तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया था।
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