बिहार में एनडीए के घटक दल बीजेपी और जेडीयू में तनातनी देखने को मिल रही है। इस बीच पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने दोनों पार्टियों के नेताओं को नसीहत दी है।
मोदी ने कहा कि एनडीए में शामिल पार्टियों के नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी बंद करनी चाहिए। सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे पर छींटाकशी करने के बजाय मिल-बैठकर समाधान निकालना चाहिए।
सुशील मोदी ने सोमवार को कहा कि बीते कुछ दिनों से अग्निपथ योजना, कानून व्यवस्था, जनसंख्या नियंत्रण कानून और शिक्षा व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर बीजेपी और जेडीयू के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इससे राज्य का माहौल खराब हो रहा है। ऐसा लग रहा है कि विपक्षी पार्टियों आरजेडी और कांग्रेस से लड़ने के बजाय एनडीए के नेता आपस में ही लड़ रहे हैं।
मोदी ने कहा कि किसी एक विभाग की सफलता या असफलता के लिए कोई अकेला जिम्मेदार नहीं होता है। यह पूरी सरकार की जिम्मेदारी होती है। बिहार में एनडीए सरकार अच्छा काम कर रही है। इसलिए विपक्ष को मजबूत होने का मौका मिले, ऐसी कोई बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
बता दें कि पिछले दिनों राज्य में अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान उपद्रवियों ने बीजेपी नेताओं और दफ्तरों को निशाना बनाया था। इसके बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश सरकार के प्रशासन पर सवाल उठाए थे। फिर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने जायसवाल ने कहा कि जायसवाल अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी जेडीयू-बीजेपी के नेता के बीच तनातनी देखने को मिली।
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