Press "Enter" to skip to content

गुल्लक वाले योगी आदित्यनाथ से मिलिए:मुजफ्फरपुर के कलाकार ने बनाया मूर्ति वाला गुल्लक, बोला- मिलेंगे तो दूंगा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 50वां जन्मदिन है। उनके काम और मॉडल की देश भर में खूब चर्चा हो रही है। मुजफ्फरपुर में उनके एक बहुत बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने जन्मदिन पर विशेष तोहफा देने के लिए ‘योगी गुल्लक’ बनाया है।

छोटा सा गुल्लक हूबहू CM योगी की मूर्ति की तरह है। उसे मिट्टी पकाकर बनाया गया है। जिस तरह के वो कपड़े पहनते हैं, पेंट भी उसी तरह का इस्तेमाल किया गया है। जिसे देखकर असली भगवा कपड़ों का एहसास होता है। बाल और दाढ़ी के साथ भी कलाकारी का बेहतरीन नमूना पेश किया है।

मूर्ति कलाकार जय प्रकाश कुमार ने बताया कि वे CM योगी के काम से बहुत प्रभावित हैं। उनके जन्मदिन पर कुछ विशेष करना चाहते थे। इसलिए मिट्टी की मूर्ति बनाई। यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं बल्कि गुल्लक भी है। उनसे मिलकर यह तोहफा उन्हें देने की इच्छा है। कलाकार ने बताया कि इससे पहले वे PM मोदी की मूर्ति और गुल्लक बना चुके हैं। जिसे ग्राहकों ने खूब पसंद किया था।

एक मूर्ति बनाने में लगते हैं दो दिन

जय प्रकाश ने बताया कि एक मूर्ति को बनाने में कम से कम दो दिन का समय लगता है। दो महीने में उन्होंने कुल 7 मूर्तियां बनाई हैं। सबसे पहले फार्मा तैयार किया जाता है। फिर उसी अनुसार मिट्टी को रखकर उसमे आकार दिया जाता है। इसकी कीमत उन्होंने 800 रुपए रखी है। ग्राहक भी इसे खूब पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये सब मूर्तियां उन्होंने अकेले ही बनाई हैं।

विरासत में मिली है कलाकारी

जय प्रकाश ने कहा, ‘ये हुनर उन्हें विरासत में मिली है। उनके दादाजी और पिताजी भी मिट्टी के बर्तन बनाने का काम करते थे। बचपन से उन्हें देखता रहा। 12 वर्ष के जब थे तो सबसे पहले एक मिट्टी का घड़ा बनाया था। बस उसके बाद से लगातार कुछ न कुछ बनाते रहते हैं। अब बर्तन से आगे बढ़कर मूर्तियां बनाने लगे हैं।’ वे मोदी-योगी के बहुत बड़े प्रशंसक हैं।

उन्होंने कहा, ‘अचानक से एक दिन मन मे ख्याल आया कि क्यों न योगी गुल्लक बनाया जाए। बस उसी दिन से इसे आकार देने में जुट गए। आज योगी का जन्मदिन भी है। अगर CM तक किसी तरह ये कलाकारी की बात पहुंच जाए तो मेहनत सफल हो जाएगी।’

मोदी गुल्लक बनाकर बटोरी थी सुर्खियां

जय प्रकाश ने बताया कि 6 महीने पहले उन्होंने मोदी गुल्लक बनाया था। जो खूब बिका था। उसकी कीमत भी 800 रुपए थी। कहा कि किसी फरमाइश पर वे मूर्ति नहीं बनाते हैं। लेकिन, जब वैसी कोई डिमांड होगी तो पूरा करने की कोशिश करेंगे। फिलहाल जो उनके मन में ख्याल आता है, उसी अनुसार वे मूर्ति वाला गुल्लक बनाते हैं।

कई लोगों ने उनसे विभिन्न नेताओं का गुल्लक बनाने को कहा था, लेकिन मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘ये सिर्फ उनका पैसा कमाने का जरिया नहीं है। ये उनका दीवानापन है और शौक है। अभी आगे का कुछ सोचा नहीं है। फिर अगर कुछ मन मे विचार आएगा तो देखेंगे।’

Share This Article

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *