अपरा’धियों ने अब सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार को अपना नि’शाना बनाना शुरू कर दिया है। जहां सीएम सीधे जनता की समस्या को सुनते हैं। यहां लोगों को अपनी परे’शानी दूर होने का भरोसा होता है। घ’टना को अंजाम देने वाले इस कदर शा’तिर हैं कि वे नीतीश कुमार की आवाज में ही फरियादियों को फोन करते हैं। जिससे लोगों को श’क भी नहीं होता है। इसके बाद भोले लोग इस जाल में फंसकर अपना नुकसान करा बैठते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में शामिल होकर फरियाद करने वाले ऑनलाइन फरियादी साइबर फ्रॉ’ड के निशा’ने पर हैं। ये फ्रॉड फरियादियों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कॉल कर उनकी समस्या सुनते हैं और दस दिनों के अंदर उसके समाधान का आश्वासन देते हैं। इसके लिए दस से 20 मिनट के अंदर सेवा शुल्क 55 सौ रुपये आनलाइन जमा करने को कहा जाता है। इस फ्रॉड के झांसे में जो आते हैं वे 55 सौ रुपये गवां देते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, नगर थाना के सिकंदरपुर निवासी मिंटू उपाध्याय ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में फरियाद करने के लिए आठ अप्रैल को ऑनलाइन आवेदन किया। इसमें उसने भूमि वि’वाद, शांति भं’ग व भू-मा’फिया के आतं’क से मुक्त कराने के गुहार लगाई थी। इस ऑनलाइन आवेदन पर मुख्यमंत्री के जनता दरबार से अब तक बुलावा नहीं आया,लेकिन उनके मोबाइल पर फ्रॉड का दो बार कॉल आ चुका है। पहला कॉल 14 अप्रैल को व दूसरा कॉल चार मई को आया।
दोनों ही कॉल करने वाले ने थोड़े-बहुत अंतर के साथ बस एक ही तरह की बात की। यह गनीमत रही कि इस फ्रॉड के झांसे में वे नहीं आई। इस बाबत पूछने पर डीपीआरओ ने बताया कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार में फरियाद करने की कोई सेवाशुल्क नहीं है। विहित प्रक्रिया के तहत जनता दरबार से बुलावा आता है। फरियादियों को सीएम के जनता दरबार तक पहुंचाने में जिला प्रशासन भरपूर मदद करता है। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि अगर फरियादी से कॉल कर रुपये मांगी जा रही हो तो वे संबंधित थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराएं। इस सूचना से जिला प्रशासन को भी अवगत कराएं। इस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
Be First to Comment