मुजफ्फरपुर : कोरोना के बाद स्कूल जा रहे बच्चे बॉडी शे’मिंग के शि’कार हो रहे हैं। उनके साथ पढ़ने वाले सहपाठी ही उन्हें चिढ़ा रहे हैं। ऐसे में बच्चे स्कूल जाने से इनकार कर रहे हैं। कोरोना काल में घर में रहने पर बच्चों के वजन बढ़ गये हैं, इसलिए स्कूल जाने के बाद उनके दोस्त उनपर कमेंट कर दे रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, सीबीएसई के मनोदर्पण पोर्टल पर कक्षा छह से 12 तक के छात्रों की ऐसी कई शि’कायतें आ चुकी हैं।छात्रों का कहना है कि वजन बढ़ने से उन्हें स्कूल में शर्मिं’दगी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए वह स्कूल नहीं जाना चाहते हैं। सीबीएसई मनोदर्पण के राज्य काउंसलर डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि हमारे पास कई शिका’यतें छात्रों और अभिभावकों की बॉडी शे’मिंग से जुड़ी हुई आई हैं। हमलोग बच्चों को सलाह देते हैं कि इन टिप्पणियों से परेशान न हों। सीबीएसई स्कूल से भी इस मुद्दे पर बात होगी।
अघोरिया बाजार इलाके के एक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र के अभिभावक ने बताया कि उनका बच्चा कक्षा सात में पढ़ता है। नये सत्र में जब से स्कूल खुला है एक से दो दिन के बाद स्कूल जाने से इनकार कर रहा है। बहुत पूछने पर छात्रों ने बताया कि स्कूल में उसके साथी ही चिढ़ा रहे हैं। दोस्तों के चिढ़ाने से परेशान होकर वह स्कूल नहीं जाना चाहता है। इसकी शिकायत हमलोगों ने स्कूल से भी की है। स्कूल से आश्वासन मिला है कि क्लास में बच्चों को ऐसा करने से रोका जायेगा।
मिठनपुरा इलाके के एक स्कूल में पढ़ने वाले नौवीं के छात्र ने बताया कि कोरोना में घर में रहने से उसका वजन थोड़ा बढ़ गया है। कोरोना के बाद जब नये सत्र में स्कूल खुला तो दोस्त ही उसके बढ़े वजन पर बोलने लगे। उसे बहुत खराब लगा। इसके बाद से उसे स्कूल जाने में हिचक होती है, लेकिन बोर्ड नजदीक है तो स्कूल छोड़ भी नहीं सकता है। इसलिए हिचकते हुए स्कूल जा रहा है। उसने घर में भी यह बात बताई है। माता-पिता ने इसके लिए स्कूल में जाकर बात की तो वहां से इस पर रोक लगाने का आश्वासन मिला।
सीबीएसई के काउंसलर डॉ. प्रमोद कुमार का कहना है साथियों और शिक्षकों से ऐसे कमेंट सुनने पर बच्चों के मन पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है। खासकर छोटे बच्चे इससे ज्यादा प्रभवित होते हैं। हमलोग बॉडी शेमिंग के शिकार बच्चों की मनोवैज्ञानिक तरीके से काउंसलिंग करते हैं, उन्हें दोबारा स्कूल जाने को प्रोत्साहित करते हैं।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स के सचिव सुमन कुमार ने बताया कि बॉडी शेमिंग की शिकायत पर सभी स्कूल गंभीर हैं। शिक्षकों को स’ख्त हिदायत दी गयी है कि वह ऐसी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करें। स्कूल में एसेंबली के दौरान ही इस बारे में छात्रों को हिदायत कर दें, ताकि किसी छात्र के साथ ऐसा व्यवहार नहीं हो।
Be First to Comment