पाकिस्तान में हालात भारत से भी ख़राब है. वहां पर अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और सवा 1600 लोग इस वायरस से प्रभावित हैं. सरकार की तरफ़ से इंतज़ाम कारगर दिख नहीं रहा है और ख़ुद डॉक्टरों की ज़िंदगी दांव पर लगी है.
कोरोनावायरस की मार से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बुरी तरह त्रस्त है. वहां पर संक्रमितों की संख्या 1625 पहुंच गई है, जबकि इस ख़तरनाक वायरस की चपेट में आकर अब तक 18 लोग जान गंवा चुके हैं. लगातार बदहाल होते हालात के बावजूद वहां इमरान ख़ान सरकार लॉकडाउन नहीं कर पा रही है.
लॉकडाउन के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की बड़ी आबादी आवाज़ उठा रही है. सेना और सरकार के बीच भी इस मुद्दे पर कई नोक-झोंक हो चुकी है. हालात क़ाबू में लाने के लिए सड़कों पर सेना के जवान भी उतारे गए, लेकिन ये बहुत कारगर साबित नहीं हुआ है.
वहां संक्रमितों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है. यही नहीं, अब संक्रमण मरीज़ों के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों के बीच भी फैलने लगा है. अब तक पाकिस्तान में दो डॉक्टर इस ख़तरनाक वायरस की चपेट में आ चुके हैं. मेडिकल महकमे में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के चलते संक्रमण और फैलने की आशंका जताई जा रही है.
कई डॉक्टरों ने सरकार को चिट्ठी लिखकर बुनियादी सुविधाएं बहाल करने की मांग की है, लेकिन हालत ये है कि कई डॉक्टरों को ग्लव्स और मास्क तक मुहैया नहीं हो पा रहे. यहां डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के पास मास्क, ग्लव्स और सैनेटाइजर जैसी बुनियादी चीजें तक नहीं हैं. एक डॉक्टर ने इसके बाद विरोध स्वरूप सिर और हाथों पर पॉलिथीन पहनकर अस्पताल में बैठकर तस्वीरें शेयर कीं.
पॉलिथीन का ग्लव्स
वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित पंजाब प्रांत है, जहां 638 लोग इससे पीड़ित हैं. इसके बाद सिंध प्रांत में 502 लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं. ख़ैबर पख़्तूनख्वा में अब तक 192 मरीजों की पहचान हो चुकी है और 2 की मौत हुई है. लेकिन, इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों की हालत बेहद जर्जर है. एक डॉक्टर आमिर अली ख़ान ने इसके विरोध में अपनी तस्वीरें शेयर की. उन्होंने ‘जियो न्यूज’ से कहा, “हम कैसे कोरोना को क़ाबू में करेंगे? आम अवाम को छोड़िए, डॉक्टरों और नर्सों के पास तक मास्क, ग्लव्स और सैनेटाइजर्स नहीं हैं. दिन में 40 से ज़्यादा मरीजों की जांच करते हैं.”
30 साल के डॉक्टर आमिर अली ख़ान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के स्वाबी शहर में डी-ग्रेड सरकारी अस्पताल में नौकरी करते हैं. इस बाबत वो सरकार को कई दफ़ा चिट्ठी लिख चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. वे स्थानीय मेडिकल दुक़ानों से अपने लिए इस तरह का सामान ख़रीद रहे हैं.
जब सरकार और प्रशासन ने उनकी मांगों पर कोई तव्जजो नहीं दी तो आमिर ने पॉलिथीन पहनकर तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दीं, जो अब पूरे पाकिस्तान में वायरल हो रही हैं.
सिर पर सफेद और हाथों में हरी पॉलिथीन
आमिर के दो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इनमें वो सिर पर मास्क की जगह ट्रांसपेरेंट पॉलिथीन लगाए हैं. हाथों में ग्लव्स की जगह हरे रंग की पॉलिथिन है. आमिर ने कहा, “ये कैसे बंदोबस्त हैं? दो डॉक्टर ही पॉजिटिव हैं. मैंने सरकार और लोकल एडमिनिस्ट्रेशन को कई ख़त लिखे. कोई कुछ सुनने ही तैयार नहीं है. सच्चाई ये है कि सरकार ने हमें बहुत बड़े ख़तरे में डाल दिया है. कोई भी संक्रमित हो सकता है. ज़रा सोचिए, डॉक्टर ही संक्रमित हो गए तो मरीजों का इलाज कौन करेगा? लेकिन, यहां कोई सुनने-समझने के लिए तैयार ही नहीं.”
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