नए साल के पहले दिन से टेक्सटाइल और जूतों पर 5 फीसदी जीएसटी को बढ़ाकर 12 फीसदी जीएसटी लगाने का निर्णय लिया गया था। राज्य सरकारों से लेकर अन्य क्षेत्रों से जुड़े उद्योग और कारोबारी इसका विरोध कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इसे देखते हुए जीएसटी दर बढ़ाने का फैसला टल गया है।
जानकारी के अनुसार, जीएसटी परिषद ने सर्वसम्मति से कपड़ा पर जीएसटी में 5 फीसद से 12 फीसद की बढ़ोतरी को टालने का फैसला किया है। भविष्य के रोडमैप के लिए परिषद की अगली बैठक में इस मुद्दे पर फिर से चर्चा की जाएगी।परिषद की 17 सितंबर को हुई पिछली बैठक में फुटवियर एवं कपड़ों पर जीएसटी दर संशोधित करने का फैसला लिया गया था।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ गुरुवार को हुई बजट -पूर्व बैठक में भी कई राज्यों ने कपड़ा उत्पादों पर जीएसटी दर बढ़ाए जाने का मुद्दा उठाते हुए इस पर वि’रोध जताया था।मिली जानकारी के अनुसार, गुजरात ने कपड़ा उत्पादों पर बढ़ी हुई दर को स्थगित करने की मांग रखी। वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि इससे पूरे टेक्सटाइल इंडस्ट्री को भारी नुक’सान होगा।
साथ ही यह फैसला आम आदमी के अनुकूल नहीं है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल पर पांच फीसदी ही जीएसटी लगना चाहिए। इस मांग का पश्चिम बंगाल, दिल्ली, राजस्थान एवं तमिलनाडु जैसे राज्यों ने भी समर्थन किया है।
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