मुजफ्फरपुर। बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर रविवार की शाम बर्फ से भोले शंकर की आकृति बनायी गई, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय रही। सावन की पूर्णिमा के दिन मंदिर प्रबंधन की ओर से यह आयोजन किया गया।
जानकारी हो कि हर साल श्रावण की पूर्णिमा के दिन ही कश्मीर स्थित श्री अमरनाथ जी की साल की अंतिम पूजा होती है और इसी दिन यात्री की समाप्ति भी हो जाति है। इसी उपलक्ष्य में यह आयोजन किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा का पूजा-अर्चना की। इसमें कोरोना गाइड लाइन्स का विशेष तौर पर ख्याल रखा गया।
लाल, ब्लू और सफेद रंग के बर्फ से एक पहाड़ का रूप तैयार किया गया। इसके ऊपर बाबा महाकाल के स्वरूप का शिवलिंग रखा गया था। यह दृश्य काफी सुहावना लग रहा था। इसके प्रति लोगों में काफी आकर्षण देखा गया।
इसके बाद फूलों से भोले शंकर की पूजा अर्चना की गयी। इसे बनाने के लिए लोगों ने दोपहर से ही सामान जमा करना शुरू कर दिया था। शाम तक बाबा स्वरूप तैयार कर दिया गया।
बर्फ का पहाड़ बनाने के लिए दो पिकअप वैन से बर्फ मंगायी गयी थी। शाम के समय भक्तों ने फूलमाला, दीप, अगरबती, मेवा आदि चढ़ाकर पूजा अर्चना की।
कोरोना महामारी के कारण मंदिर बंद रहने से प्रवेश द्वार के पास ही यह कार्यक्रम किया गया। हालांकि प्रवेश द्वार के आगे बांस और जाली से पूरी तरह घेराबंदी की गयी थी, ताकि कोई भक्त अंदर प्रवेश न कर सके।
भक्तों ने बाहर से ही बाबा का दर्शन और पूजा अर्चना की।
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