कोरोना वायरस (Corona virus) को लेकर पूरे बिहार में अ’लर्ट है. स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान और सिनेमा हॉल को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. सरकार दावा कर रही है कि पटना के PMCH, AIIMS और IGIMS के साथ बिहार के सभी जिलों में अस्पताल प्रशासन को अल’र्ट पर रखा गया है, लेकिन मोतिहारी (Motihari) में स्थिति उलट है. यहां डॉक्टरों को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है और इसी मांग को लेकर मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टर एकाएक हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों के अचानक स्ट्राइक पर जाने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मास्क की मांग
मोतिहारी सदर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों और कर्मियों का कहना है कि दहशत के इस माहौल में उनकी सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं हैं. जिस कारण परेशान डॉक्टरों और कर्मियों ने मरीजों के इलाज से इनकार कर दिया है. मरीजों के इलाज को छोड़ डॉक्टर रेस्ट रुम में बैठक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. सदर अस्पताल के डॉक्टर अनिल सिन्हा और सुरेश प्रसाद सिंह का कहना है कि सुरक्षा के नाम पर एक मास्क तक उपलब्ध नहीं किया जा रहा है.
मरीज हैं परेशान
डॉक्टरों के एकाएक हड़ताल पर चले जाने से मरीज परेशान हैं. इस बीच मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन डॉ रिजवान अहमद ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन हजार मास्क उपलब्ध हुआ है. जिन्हें डॉक्टरों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
कोरोना का मिला था संदिग्ध
गौरतलब है कि नाइजीरिया से लौटे एक युवक के बीमार होने पर गत गुरुवार को मोतिहारी सदर असप्ताल के डॉक्टरों ने कोरोना वायरस से ग्रसित होने की आशंका जाहिर करते हुए मुजफ्फरपुर रेफर किया था. जिसके बाद से मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टरों में मरीजों के इलाज को लेकर दहशत है.
सरकार के निर्णय के बाद बढ़ी दहशत
डॉक्टरों में ये दहशत तब और फैल गई जब बिहार सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों और सिनेमा हॉलों 31 मार्च तक बंद रखने का एलान कर दिया. यह एक बड़ी वजह है कि परेशान डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा को लेकर आज ओपीडी सेवा को ठप कर दिया है.
Source: News18
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