पटना: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन और डॉ. मधुरेंदु पांडेय ने संयुक्त रूप से बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। नेताओं ने कहा है कि चार चरण के मतदान के बाद तेजस्वी यादव शारीरिक और मानसिक तौर पर थक गये हैं। इसीलिए वह अपने से बड़े नेताओं के प्रति अशोभनीय टिप्पणियां करने पर उतर आये हैं।
नीतीश कुमार की पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर हमलावर है। तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर मौन रहने का आरोप लगाया था। 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई और 13 मई को चार चरणों के लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। 20 मई को पांचवें चरण की वोटिंग होने वाली है।
जदयू नेताओं ने कहा कि झूठ के सहारे लोगों को भरमाने की कोशिश कर करे तेजस्वी यादव को जानना चाहिए कि बिहार की जनता अब भी उनके जंगलराज को भूली नहीं है। उस पर से उनके बयान और कार्यकर्ताओं को सरेआम पीटने की उनकी संस्कृति यह बताती है कि वह अब भी 90 की दशक वाली अपनी लठमार संस्कारों से उबरे नहीं हैं।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करके प्रधानमंत्री पर विभिन्न मुद्दों पर मौन रहने का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वे नौकरी पर मौन, बेरोजगारी पर मौन, महंगाई पर मौन, गरीबी पर मौन, पलायन पर मौन, किसानों पर मौन हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे बेटियों पर मौन, छात्रों पर मौन, शिक्षा पर मौन, मुद्दों पर मौन, पेपर लीक पर मौन, बिहार को विशेष राज्य के दर्जा पर मौन हैं। साथ ही, तेजस्वी ने प्रधानमंत्री पर बिहार के विकास को लेकर सकारात्मक बातें नहीं करने का भी आरोप लगाया। तेजस्वी ने कहा कि 5 साल में वे सिर्फ वोट लेने आते हैं और उसके बाद बिहार को दरकिनार कर देते हैं।
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