नई दिल्ली. देश–दुनिया में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) अब और भी घातक होता जा रहा है. एक नईरिपोर्ट के अनुसार अब कोरोना वायरस (Covid 19) सीधे फेफड़ों पर हमला कर रहा है. हीमाग्लोबिन से आयरन को अलग कर देताहै. इसके बाद कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. इतना ही नहीं, वेंटिलेटर सपोर्ट पररहकर भी मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. आखिर में मल्टी ऑर्गन फेल्योर होने से मरीज की मौत हो जाती है. यह बातें बरेलीमें कोविड 19 के नोडल अधिकारी की जांच में सामने आई है. उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी सरकार को भेजी है.
दरअसल बरेली में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस से संक्रमित दो युवाओं की मौत हो गई थी. उनकी मौत इसलिए बड़ीबात लगी क्योंकि उन्हें पहले से कोई दूसरी बीमारी नहीं थी. इस पर अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने युवाओं की मौत पर चिंताजताई और इस मामले की जांच नोडल अधिकारी आरएन सिंह को सौंपी. आरएन सिंह ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज जाकर युवाओंकी मौत की रिपोर्ट देखी. इसमें पता चला कि दोनों युवाओं की उम्र 25 से 35 साल के बीच थी. इन दोनों ही युवाओं की मौत शरीर मेंऑक्सीजन की कमी से हुई थी. उन्हें और कोई दूसरी बीमारी नहीं थी. ऐसे में कोरोना वायरस ने उनके फेफड़ों पर हमला किया थाऔर वो डैमेज हो गए थे.
कोविड 19 के नोडल अधिकारी आरएन सिंह के अनुसार दोनों युवाओं की मौत से यह पता चला है कि अब कोरोना वायरस औरघातक हो रहा है. इससे फेफड़े डैमेज हो रहे हैं. वेंटिलेटर भी काम नहीं करता. शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. बता दें किपिछले दिनों कोरोना के नए लक्षण सामने आए थे. अब तक यही माना जा रहा था कि बुखार आना, सांस लेने में तकलीफ, सूखीखांसी और थकावट जैसे शारीरिक बदलाव ही कोरोना के लक्षण हैं. इन तकलीफों से गुजर रहे लोगों को तुरंत कोरोना जांच कीसलाह दी गई थी. लेकिन अमेरिका की मेडिकल संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने तीन नए कोरोना के लक्षण बताए हैंजो मानसून के समय भारत के लिए हमेशा से चिंता का विषय रहे हैं.
अमेरिका की मेडिकल संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक पुराने कोरोना लक्षणों के अलावा नाक बहना, उबकाई आना और डायरिया भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे लक्षण दिखने पर इसे सामान्य बीमारी न समझें बल्कि तुरंतकोरोना की जांच कराएं.
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