मुजफ्फरपुर: बिहार में एक से बढ़कर एक धार्मिक स्थल हैं। जिनकी मान्यताएं वर्षों से चली आ रही है। इसी क्रम में मुजफ्फरपुर के चर्चित रेड लाइट के पास स्थित प्राचीन चतुर्भुज मंदिर भी है। इस मंदिर में स्थापित भगवान विष्णु की प्रतिमा करीब सात सौ साल पुरानी है। ये मंदिर कई रहस्यों से भरा है। दरअसल यहां लगे घंटे से ओम की आवाज निकलती है।
ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना 1354 संवत में हुई थी। मंदिर परिसर 28 कट्ठा में फैला हुआ है। यहां पर भगवान विष्णु के अलावा शिव, गणेश, आदिशक्ति, सूर्य और हनुमान समेत अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा देखने को मिल जाती है। मंदिर के महंत के मुताबिक पहले यहां नवविवाहित जोड़े शादी के बाद सबसे पहले यहां आशीर्वाद लेने आते थे। इसके बाद ही घर में प्रवेश करते थे। दरअसल इन्हें कुलदेवता माना जाता था। लेकिन रेड लाइट होने के कारण लोगों का आना कम हो गया। यहां मंदिर परिसर में ही महंतों की समाधि लेने की परंपरा है। अब तक 14 महंतों ने समाधि ले चुके हैं। परिसर में ही एक साथ सात समाधियां भी हैं। वहीं वर्तमान में मंदिर के महंत नवल किशोर साल 1972 से ही मंदिर की सेवा क र रहे हैं।
चतुर्भुज मंदिर में रामनवमी, जन्माष्टमी और होली जैसे मौकों पर श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है। लोग पहले भगवान विष्णु के चरणों पर अबीर लाने आते हैं फिर त्योहार मनाते हैं। मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर, जुब्बा साहनी पार्क, लीची गार्डेन और रामचंद्र शाही संग्रहालय समेत कई अन्य स्थल हैं।
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