पटना: बिहार में शिक्षा की व्यवस्था सुधारने के लिए अपर मुख्य सचिव केके पाठक जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। स्कूलों का निरीक्षण के साथ-साथ कॉल सेंटर और अन्य रणनीतियों के तहत अभियान चलाए जा रहे हैं। स्कूलों में शिक्षक और छात्र छात्राओं को उपस्थिति को लेकर भी कड़े निर्देश दिए गए हैं। इस बीच के के पाठक ने 7914 शिक्षकों पर कार्रवाई कर दी है। इन शिक्षकों का वेतन काट लिया गया है।
केके पाठक के आदेश के बाद पहली जुलाई से लेकर पहली अगस्त के बीच राज्य भर में स्कूलों का निरीक्षण किया गया। 26 दिनों के निरीक्षण अभियान के दौरान 7 हजार 914 शिक्षक बगैर किसी सूचना के स्कूलों से गायब पाए गए। निरीक्षण के दौरान गायब पाए शिक्षकों पर अब कार्रवाई की जा रही है। विभाग के आदेश पर इन शिक्षकों का वेतन काट लिया गया है।
केके पाठक के आदेश पर राज्य भर में हर दिन 25 हजार स्कूलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सरकारी स्कूलों में शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ साथ बच्चों की उपस्थिति भी देखी जा रही है। स्कूलों में साफ सफाई शौचालय, पेयजल और मिड डे मील की की व्यवस्था की भी जांच की जा रही है। इन पर नजर रखने के लिए मॉनीटरिंग सेल भी बनाने पार काम चल रहा है। यह सेल हर स्कूल का रिकार्ड तैयार करेगी जिसे विभाग को आवशयक कार्रवाई के लिए सौंपा जाएगा। मॉनीटरिंग सेल के जरिये केके पाठक इसकी समीक्षा करेंगे।
स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों का वेतन बंद करने का आदेश केके पाठक ने ही दिया है। केके पाठक ने भी कई जिलों में स्कूलों में जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई शिक्षकों पर स्पॉट कार्रवाई भी की। सभी स्कूलों में पढ़ाई के साथ सफाई, शौचालय, प्रयोगशाला आदि की दुरुस्त व्यवस्था के लिए आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान कई शिक्षकों की उन्होंने क्लास भी लगाई।
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