भागलपुर: सावन महीने में सुल्तानगंज से गंगाजल ले जाकर देवघर में बाबा बैद्यनाथ पर चढ़ाने का अपना ही महत्व है. ऐसे में हर साल सावन महीने में लाखों की संख्या में बाबा के भक्त सुल्तानगंज से पैदल चलकर बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करते हैं वहीं सावन की सोमवारी के मौके पर बाबा के भक्तों की भीड़ में काफी बढ़ोतरी हो जाती है. बैधनाथ धाम में जल चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दूसरे सोमवारी पर जल चढ़ाने के लिए काफी संख्या में कांवड़िया आज बैधनाथ धाम रवाना हो रहे हैं. पूरा सुल्तानगंज क्षेत्र केसरियामय हो चुका है.
सरकारी आंकड़ो के अनुसार हर दिन 50 से 60 हजार कांवड़िया पैदल बैधनाथ धाम जा रहे हैं. ट्रेनों और वाहनों से जानेवाले कांवड़ियों की बात करें तो 10 हजार से अधिक श्रद्धालु वाहनों से जा रहे हैं. सावन के शुरुआत से ही अब तक कि बात करें तो 6 से 7 लाख कांवड़ियों ने सुलतानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाया है. इनमें से 20 हजार से अधिक डाक बम शामिल हैं. कांवड़िया सुलतानगंज से 105 किलोमीटर की दूरी तय कर बैधनाथ धाम जा रहे है. वहीं 18 जुलाई से मलमास की शुरुआत होगी.
मलमास में कांवड़ियों की संख्या में कमी होगी. बिहार उत्तरप्रदेश समेत कुछ जिलों के श्रद्धालु मलमास में जल नहीं उठाते हैं. बंगाल, नेपाल,उड़ीसा ,दिल्ली के कांवड़िया ही मलमास में जल उठाते हैं. एक महीने तक मलमास में कांवड़िया कम आएंगे. मलमास खत्म होने के बाद फिर से कांवड़ियों की संख्या में इजाफा होगा. बता दें कि सावन के इस पावन महीने में सबसे ज्यादा चर्चा बिहार के सुल्तानगंज से जल लेकर कांवड़ के जरिए बाबा बैद्यनाथ धाम जा रहे कांवड़ियों की रहती है.
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