भभुआ: अनियमितता एवं भ्र’ष्टाचार की सुर्खियों में रही भभुआ नगर परिषद एक बार फिर चर्चा में है। नगर परिषद ने शहर के प्लस टू टाउन हाई स्कूल के सामने सरकारी चापाकल के ऊपर ही प्याऊं की टंकी स्थापित कर दी। इसको लेकर शहरवासी सवाल खड़ा कर रहे हैं। उनका कहना है कि चापाकल के उपर प्याऊं की टंकी लगाकर सरकारी राशि का दुरूपयों व चापाकल के पानी के लाभ से वंचित क्यों किया गया? अब वह इसकी जांच कराने की मांग को लेकर जिला पदाधिकारी के जनता दरबार में जाएंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नगर परिषद को प्याऊं ही लगाना था तो आसपास में जगह थी, वहां टंकी लग जाती। चापाकल को घेरकर टंकी लगाने का कोई मतलब नहीं है। अगर चापाकल खराब था तो इसकी मरम्मत की जरूरत थी। जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले के खराब चापाकलों की मरम्मत कराई जा रही है। इसकी भी मरम्मत हो जाती। प्याऊं से बेहतर चापाकल था। चूंकि उससे पर्याप्त पानी मिलता। प्याऊं लगाने के स्थल का चयन करने में मनमानी की गई है।
वहीं टाउन हाई स्कूल के आसपास के दुकानदारों ने कहा कि चापाकल के ऊपर प्याऊं लगाए जाने से उन्हें परेशानी हो रही है। जब बिजली कटती थी, तब प्याऊं की टंकी में पानी नहीं रहता था। ऐसी स्थिति में हमलोग चापाकल के पानी से अपना काम चलाते थे। कई दुकानदारों ने यह भी बताया कि इस गर्मी के मौसम में प्याऊं का पानी गर्म हो जा रहा है। इसलिए उसका पानी हमलोग नहीं पीते हैं। चापाकल के ऊपर प्याऊं लगा दिए जाने से उसका हैंडल ही नहीं उठ रहा है। वह दुकानों में भोजन-नाश्ता के दौरान इसी चापाकल का पानी पीते थे। अब हमलोग घर से पानी लेकर आ रहे हैं।
डीएम से करेंगे शिकायत
नगर परिषद द्वारा शहर के टाउन हाई स्कूल के सामने चापाकल के ऊपर प्याऊं लगाने के मामले को लेकर शहर के लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। शहर के उमेश कुमार, राजेश केसरी तथा शुभम कुमार सिंह ने बताया कि हमलोग डीएम से मिलकर इसकी शिकायत दर्ज कराएंगे। उक्त लोगों ने कहा कि नगर परिषद द्वारा सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है। नगर परिषद द्वारा चापाकल के ऊपर प्याऊं लगाकर पैसे का दुरुपयोग किया गया है।
भ्र’ष्टाचार मामले में ईओ पर चल रही कार्रवाई
भ्रष्टाचार एवं नगर परिषद की विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता बरतने के आरोप में नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव पर प्रशासनिक कार्रवाई चल रही है। भ्रष्टाचार के मामले में सरकार एवं विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ विजलेंस की टीम भी तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। नगर परिषद के पूर्व सभापति बजरंग बहादुर सिंह ने तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध भ्र’ष्टाचार एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता बरतने की शिकायत सरकार एवं विभाग के पास दर्ज कराई थी।
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