पटना: बिहार में गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा 1716 करोड़ का फोरलेन पुल रेत की दीवार की तरह बीते रविवार को ध्वस्त हो गया। पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हुआ था। अगुवानी पुल के ध्वस्त होने के बाद नीतीश सरकार ने जो कार्रवाई की है उसे लेकर बीजेपी ने निशाना साधा है। बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ब्लैक लिस्टेड हो चुके हैं। बिहार की जनता ने हवा में नीतीश मॉडल देखा है।
बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को बताया गया कि नीतीश सरकार ने अगुवानी पुल के ध्वस्त मामले में कार्रवाई की है इस पर उन्होंने कहा कि कौन सी कार्रवाई हुई? जनता की नजर में सरकार ब्लैक लिस्टेड हो गयी। नीतीश कुमार कुछ भी सफाई दें उससे कुछ भी होने वाला नहीं है। जनता ने देखा है कि कैसे हवा के झरोखे से पुल ध्वस्त हुआ है। हवा में जो नीतीश मॉडल दिखा यह बिहार की जनता ने देखा है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार अब ब्लैक लिस्टेड हो चुके हैं।
बता दें कि भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल के गिरने के मामले में राज्य सरकार ने कार्यपालक अभियंता को सस्पेंड कर दिया है। वहीं पुल निर्माण कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही 15 दिनों के अंदर गंगा में गिरे पुल को मलबे को हटाने का निर्देश एजेंसी को दिया गया है। बिहार राज्य पुलिस निर्माण निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सक्सेना को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नीरज सक्सेना से यह पूछा गया है कि दूसरी बार पुल कैसे गिरा?
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अगुवानी पुल हादसे को सरकार ने गंभीरता से लिया है।जांच रिपोर्ट आने के बाद जल्द से जल्द पुल का निर्माण कराया जाएगा। विभाग के कार्यपालक अभियंता को निलंबित किया गया है। वही पुल निर्माण से जुड़े दो इंजीनियरों को भी वापस बुला लिया गया है। विभाग बारीकी से तथ्यों को देख रहा है। उन्होंने बताया कि आईआईटी रुड़की की टीम और संवेदक से भी जानकारियां जुटाई गई हैं। इस मामले की जांच 2 सदस्यीय टीम कर रही है। अब नए सिरे से डीपीआर तैयार होगा और पुल का निर्माण किया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार में गंगा नदी पर बन रहा 1716 करोड़ का पुल रेत की दीवार की तरह ध्वस्त हो गया। गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा फोरलेन पुल ऐसे ढ़हा जैसे इसे ताश के पत्तों से खड़ा किया गया था. पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हो गया था. 2014 से ही बन रहे इस पुल को पूरा करने की समय सीमा 6 दफे फेल हो चुकी थी. 4 जून को पूरा पुल अचानक ध्वस्त हो गया।
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