सुपौल: जेल से रिहाई के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन राजनीति में सक्रिय होने की राह पर चल पड़े हैं. इसी कड़ी में वे विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में लगे हैं. रिहाई के बाद पहली बार सुपौल पहुंचे पूर्व सांसद ने किशनपुर के सिसौनी गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के दौरान बीजेपी पर भड़ास निकाली. दलित विरोध कहे जाने के बयान पर आनंद मोहन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी की बी टीम हैदराबाद और यूपी में है. वहीं सी टीम ईडी, सीबीआई और आयोग है।
इस दौरान आनंद मोहन ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल गिया. उन्होंने कहा कि मुझे अपने संपर्क अभियान को धीमा करने की सलाह दी जाती है, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव का परिणाम सभी को करारा जवाब देगा. कुछ लोग कहते हैं कि 8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है इसलिए शांत रहो. मैं आजीवन कैद झेलने के लिए रेडी हूं, लेकिन सांप्रदायिक ताकतों के सामने नतमस्तक नहीं होने वाला.
आनंद मोहन ने आगे कहा कि नोटबंदी और कोरोना के दौरान जब लोग 4000 बदलने के लिए लाइन पर खड़े थे, तब बीजेपी का करोड़ों का ऑफिस बन रहा था. राम मंदिर के नाम पर शिला पूजन हो रहा था. लोगों से ईंट ली जा रही थी. सभी भाजपा का कार्यालय बनाने में लगे थे. आनंद मोहन ने सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पूरे देश में उसके निर्माण के लिए लोहा एकत्रित किया गया, जिसको बेचकर पार्टी ने निर्माण में लगा दिया. जिस देश को सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं, चीन से मूर्ति मंगवाई गई.
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