पटना: नीतीश सरकार द्वार जेल मैनुअल में बदलाव के बाद बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई ने अब सियासी रंग ले लिया है. एक तरफ जहां आनंद मोहन की रिहाई के समर्थन में कई नेता हैं तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के इस फैसले के खिलाफ भी जमकर बयानबाजी हो रही है. भाजपा साफ तौर पर कह रही है कि आनंद मोहन को लालू यादव नें फंसाया था और अब जवाब भी उनको ही देना है. अब लोजपा के नेता और सांसद चिराग पासवान ने आनंद मोहन की रिहाई पर जमकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है।
इसका जवाब भी चिराग को आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की तरफ से एक तस्वीर जारी कर दिया गया है. दरअसल चिराग पासवान ने आनंद मोहन की रिहाई के नीतीश सरकार के फैसले को दलित विरोधी फैसला बताया है. बता दें कि आनंद मोहन दलित IAS ऑफिसर जी कृष्णैय्या की ह’त्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे लेकिन नीतीश सरकार के द्वारा जेल मैनुअल में बदलाव के बाद उनकी रिहाई हो पाई है।
ऐसे में चिराग का मानना है कि राजनीतिक फायदे के लिए यह फैसला लिया गया और यह सरकार का सरासर गलत फैसला है. चिराग ने आनंद मोहन सहित 27 की रिहाई पर नीतीश कुमार पर सवालों की बौछार कर दी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि ना हम किसी को फंसाते हैं ना बचाते हैं ऐसे में इस फैसले के साथ नीतीश बताएं कि क्या उस समय आनंद मोहन को फंसाया गया था. चिराग ने साफ कह दिया कि आनंद मोहन की रिहाई सरासर गलत है और यह नीतीश सरकार का दलित विरोधी फैसला है।
चिराग आगबबूला हुए तो उनको आईना दिखाने के लिए आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद आगे आए और उन्हें तस्वीर जारी कर जवाब दिया. चेतन ने तस्वीर के जरिए चिराग पासवान को इतिहास का पाठ पढ़ाया।
चेतन ने एक तस्वीर जो एक समाचार पत्र की कटिंग है उसको साझा करते हुए लिखा कि यह तस्वीर 1998 की है. इस तस्वीर में साफ तौर पर बिहार पीपुल्स पार्टी के मंच पर आनंद मोहन और राम विलास पासवान साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं. इसी तस्वीर में भाजपा के नेता नंदकिशोर यादव भी नजर आ रहे हैं. ऐसे में तस्वीर के जरिए चेतन ने चिराग को समझाया कि कुछ भी गलत बोलने से पहले अपने पिता और मेरे पिता की दोस्ती का इतिहास जरूर जान लें।
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