मा’फिया डॉ’न अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ह’त्याकांड पर सुप्रीम कोर्ट में अब 28 अप्रैल को सुनवाई होगी। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 24 अप्रैल को सुनवाई होनी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों के कोरोना संक्रमित होने के कारण केस सुनवाई के लिए लिस्ट नहीं हो सका है। याचिकाकर्ता की तरफ से हत्या’कांड की जांच के साथ साथ यूपी में साल 2017 के बाद हुए सभी एनकाउंटर की जांच की भी मांग की गई है।
दरअसल, उमेश पाल ह’त्याकांड में गि’रफ्तार गैंगस्टर अतीक और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में ह’त्या कर दी गई थी। अतीक और उसके भाई को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के अस्पताल में लाया गया था, जहां मीडियाकर्मी बनकर आए सनी, लवलेश और अरुण मौर्या ने ताबड़तोड़ गो’ली मा’रकर अतीक और उसके भाई की पुलिस की मौजूदगी में जा’न ले ली थी, बाद में पुलिस ने तीनों को गिर’फ्तार कर लिया था। इस मामले की जांच के लिए एडवोकेट विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
याचिका में पूर्व जज की अध्यक्षता में ह’त्याकांड की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने की मांग की गई है। इसके साथ ही याचिकाकर्ता ने यह भी मांग की है कि उत्तर प्रदेश में साल 2017 के बाद से अबतक हुए 183 एनकाउंटर की भी जांच कराई जाए। इस मामले पर आज यानी 24 अप्रैल को सुनवाई होनी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों को कोविड होने के कारण केस को रिशेड्यूल किया गया है। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट 28 अप्रैल को सुनवाई करेगा।
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