2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के नेता के रूप में तेजस्वी का नाम आगे किए जाने पर उपेंद्र कुशवाहा के विरोध के बाद बीजेपी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार किया है।
राज्यसभा सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि बिहार की जनता तेजस्वी के नेतृत्व को कभी स्वीकार नहीं करेगी क्योंकि, बिहार के लोग लालू राबड़ी राज के उस दिन आपने दौर को भूले नहीं हैं। सुशील मोदी ने कहा है कि लोगों को आज भी यह अच्छी तरह से याद है कि कैसे सरेआम ह’त्या, अप’हरण, दु’ष्कर्म, लू’टपाट जैसी घट’नाएं लालू राबड़ी राज में आम बात थीं। लोग डरे हुए थे और इस वजह से बाजार शाम होते हैं बंद हो जाते थे।
राज्य में विकास के सारे काम ठप पड़े हुए थे क्योंकि शासन और प्रशासन पर अपराधियों का बोलबाला था। नीतीश कुमार तेजस्वी का नाम आगे कर फिर से बिहार में उस दौर को वापस लाना चाहते हैं जब सड़कें जर्जर थीं और गांव में मुश्किल से 10 घंटे बिजली मिलती थी। इसलिए तेजस्वी यादव का नाम आने आगे आने पर बिहार के लोग डर जाते हैं।हालांकि, सुशील मोदी ने अभी दावा किया कि 2025 में बीजेपी के मुख्यमंत्री बनेंगे। बिहार के लोगों ने लालू राबड़ी और नीतीश कुमार के शासन को इतने दिनों तक देख लिया है। अगली बार भाजपा को ही मौका मिलेगा।
उधर, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी नीतीश कुमार पर हमला किया है। उन्होंने सीएम को अहंकारी बताया। कहा है कि नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा और अहंकार के कारण बिहार में राजनीतिक अस्थिरता और प्रशासन अराजकता व्याप्त है। विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार पर जनादेश को अपमानित करने का भी आरोप लगाया है।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कर दिया है कि उन्हें तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार नहीं है। पटना में मीडिया से बातचीत में उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार से साफ-साफ कह दिया कि पार्टी के अंदर से लव-कुश समीकरण या किसी अन्य वर्ग के नेता को आगे बढ़ाया जाए। राजद के साथ जिस डील का दावा किया जा रहा है, नीतीश कुमार उसके साथ नहीं जाएं। ऐसा किया गया तो जदयू को डूबने से कोई नहीं बचा सकता है।
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