मुजफ्फरपुर: लेटलतीफी के कारण स्मार्ट सिटी के तीन प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में लगी एजेंसियों पर कार्रवाई की तैयारी है। इनमें स्पाइनल रोड, पेरिफेरल रोड और सिकंदरपुर स्टेडियम के पुनर्विकास की योजनाएं शामिल हैं। इस तीनों योजनाओं को एक से सवा साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि पौने दो साल से अधिक समय बीतने के बाद अब तक निर्माण का काम अधूरा है।
नगर आयुक्त सह एमएससीएल के एमडी नवीन कुमार के आदेश के बावजूद काम की रफ्तार धीमी ही है। पेरिफेरल रोड और सिकंदरपुर स्टेडियम की योजनाओं में बीते पांच माह में महज पांच फीसदी काम हुए हैं। अब इसको लेकर संबंधित एजेंसियों पर कार्रवाई की तैयारी है। पिछले सप्ताह हुई समीक्षा बैठक में भी नगर आयुक्त ने इन एजेंसियों के काम पर नाराजगी जाहिर करते हुए सख्ती के संकेत दिए थे।
उल्टा पड़ा दांव : मुआवजा के बदले लग सकता है जुर्माना
बदली परिस्थिति में निर्माण एजेंसियों का दांव उल्टा पड़ गया है। काम में देरी और निर्माण सामग्रियों की कीमत बढ़ने को आधार बनाते हुए एजेंसियां एमएससीएल से 10 प्रतिशत अतिरिक्त राशि देने की मांग करने लगीं। हालांकि नगर विकास विभाग ने इस मांग को खारिज कर दिया। अब विलंब को लेकर भारी जुर्माना लग सकता है।
नाला के लिए गडढ़ा खोदकर छोड़ना भी पड़ेगा महंगा :
निर्माण कार्य के दौरान हो रही लापरवाही को लेकर भी एमएससीएल गंभीर है। सड़कों के निर्माण से पहले नाला का काम होना है। खासकर स्पाइनल रोड और पेरिफेरल रोड प्रोजेक्ट में नाला निर्माण के लिए गडढ़ा खोद कर छोड़ दिया गया है। नतीजतन कई जगहों पर खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार हा’दसे हो रहे हैं। हद तो यह कि संबंधित जगहों पर सुरक्षा मानकों के तहत सुरक्षात्मक इंतजाम भी नहीं किए गए हैं।
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