मध्य प्रदेश के जीवाजी यूनिवर्सिटी में आयोजित एक परीक्षा में एक युवती अनूठे तरीके से नकल करते पकड़ी गई है। जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर में बीएड द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा चल रही है। परीक्षक ने एक ऐसी छात्रा को नकल करते पकड़ा है, जो अपनी हथेली पर कई सवालों के जवाब लिखकर लाई थी।
ऐसे में छात्रा के विरुद्ध नकल प्रकरण बनाना मुश्किल भरा हो गया। दरअसल इस तरह के मामलों में नियम यह कहता है कि नकल प्रकरण बनाने के लिए नकल सामग्री जब्त दिखाना जरूरी होता है। लिहाजा परीक्षक पशोपेश में पड़ गए। बाद में वैकल्पिक रास्ता निकाला गया और आरोपी की छात्रा के हथेली की फोटो कॉपी कर छात्रा के विरुद्ध आवश्यक महत्त्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए गए।
इन दिनों जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर में बीएड की परीक्षाएं आयोजित की जा रहीं हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को बीएड की परीक्षा थी। इस परीक्षा में बारह सौ से ज्यादा परीक्षार्थी हिस्सा ले रहे हैं। परीक्षा के दौरान एक छात्रा नकल करते हुए मिली। आरो’पी छात्रा अपनी हथेली पर लिखकर लाई थी। इसलिए परीक्षक के सामने नकल प्रकरण बनाना मुश्किल हो गया। बाद में वैकल्पिक तौर पर आरो’पी छात्रा की हथेली की फोटो कॉपी कराई गई, तब जाकर कहीं नकल दस्तावेज उपलब्ध हो सका।
जीवाजी यूनिवर्सिटी के पी आर ओ प्रो. नवनीत गरुण के अनुसार, आ’रोपी छात्रा के विरुद्ध कार्रवाई करने के बाद उसे दूसरी कॉपी देकर परीक्षा में बैठाया गया। अब आगे की कार्रवाई जेयू की अनुचित साधन प्रकरण कमेटी करेगी। कमेटी ऐसे प्रकरणों में परीक्षार्थी को सुनवाई का एक अवसर देती है। बहरहाल आरोपी छात्रा के नकल करने का तरीका अनूठा और परीक्षक द्वारा नकल प्रकरण बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया वैकल्पिक तरीका चर्चा में है।
Be First to Comment