मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के लिए रवाना हुए। आज ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनकी मुलाकात होगी। अपने 3 दिनों के दिल्ली यात्रा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी समेत कई नेताओं से मुलाकात करेंगे। दिल्ली रवाना होने से कुछ ही घंटे पहले नीतीश कुमार राबड़ी आवास पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात राजद सुप्रीमो लालू यादव से हुई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।
लालू यादव से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने आज लालू यादव से मुलाकात की है और अपनी दिल्ली यात्रा को लेकर उन्हें जानकारी दी। बताया कि दिल्ली में राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति से मुलाकात होगी। आज राहुल गांधी से भी मुलाकात होगी।
इससे पहले शनिवार को जदयू की प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिनी बैठक समाप्त हुई। इस बैठक में विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति और केंद्र सरकार के खिलाफ मुद्दे क्या होंगे, इसके प्रारूप पर मंथन हुआ। जदयू ने यह भी साफ किया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के दावेदार नहीं हैं। ताकि, किसी को यह भ्रम न रहे कि जदयू नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए विपक्ष को एकजुट कर रहा है। भाजपा की ओर से यह बार-बार कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए एनडीए से बाहर हुए हैं। उसकी काट में यह बात कही गई है।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने नीतीश कुमार को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ देशभर में विपक्ष को एकजुट करने के लिए अधिकृत कर दिया है। पार्टी की प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा जारी प्रस्तावों पर गौर करें तो यह साफ होता है कि उसका पूरा फोकस भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। साथ-ही-साथ पार्टी ने यह भी माना है कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर आना ही होगा।
इसमें विभिन्न प्रदेशों के क्षेत्रीय दलों के साथ-साथ कांग्रेस और वामदलों को भी शामिल करना होगा। एक लक्ष्य बनाकर दलों को आपसी मतभेद भुलाकर साथ मिलकर चुनाव लड़ना होगा। तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव द्वारा गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन के प्रस्ताव को जदयू ने खारिज कर दिया है। हालांकि, जदयू ने यह भी संकेत दिया कि वह श्री राव को भी सभी विपक्षी दलों के साथ लाने की पहल करेगा।
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