राजधानी दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में एक दु’खद हा’दसे में 4 लोगों की मौ’त हो गई। मृ’तकों में दो मजदूर थे जो एमटीएनएल के कॉन्ट्रैक्ट पर सीवर लाइन में ता’र बि’छाने का काम कर रहे थे। वहीं, एक ठेकेदार सुरेश और एक रिक्शा चालक सतीश था जो घ’टना के वक्त वहीं मौजूद था।
जब यह मजदूर सीवर लाइन के अंदर फं’स गए तो सतीश इनकी आवाज सुनकर उनको बचाने के लिए आया और वह भी इस हा’दसे का शि’कार बन गया।
मिली जानकारी के अनुसार, मृ’तक रिक्शा चालक सतीश के परिजनों का कहना है कि सतीश हमेशा से ही लोगों की मदद करने के लिए आगे रहता था। सतीश के परिवार में उसकी पत्नी समेत तीन छोटी बेटियां भी हैं। सतीश का परिवार सरकार से मांग कर रहा है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार सतीश के परिजनों को आर्थिक मदद दे ताकि सतीश का परिवार आगे अपना जीवन बिता सके।
ख़बरों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर करीब 11 बजे दो मजदूर सीवर लाइन के अंदर ता’र बि’छाने का काम कर रहे थे, लेकिन करीब 2 घंटे तक जब वो बाहर नहीं आए तब उनके ठेकेदार सुरेश कुमार भी उनको बचाने के लिए उसी सीवर लाइन में चले गए और काफी देर तक वह भी बाहर नहीं आए। शाम करीब 4 बजे सड़क की दूसरी तरफ एक रिक्शा चालक सतीश खड़ा था उसने सीवर लाइन के अंदर कुछ लोगों को फं’से देखा तो वह भी उन्हें बचाने के लिए अंदर चला गया और उसके बाद वह भी बाहर नहीं आया।
इस मामले की सूचना जब पुलिस को मिली तो दिल्ली पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दिल्ली फा’यर सर्विस, सिविल डि’फेंस और NDRF की टीम के साथ मिलकर रे’स्क्यू ऑपरे’शन चलाया। रात करीब 3 बजे चारों लोगों को सीवर लाइन से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृ’त घोषित कर दिया।पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये मजदूर पिछले कुछ दिनों से ता’र बिछा’ने का काम कर रहे थे और सीवर लाइन में गै’स के कारण इन चार लोगों की द’म घु’टने से मौ’त हुई है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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