पटना : कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर राजधानी में लाखों लोगों ने गंगा स्नान किया। इस दौरान राजधानी के सभी घाट श्रद्धालुओं की भीड़ से पटे रहे। लोगों ने गंगा स्नान कर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन किया।
इसके बाद श्रद्धालुओं ब्राह्मणों को दान कर पुण्य भी कमाया। अधिकतर लोगों ने गर्म कपड़ों और मिष्ठान्न का दान किया। इसके लिए गंगा घाटों पर भारी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान कर पूजा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के बाद ही मौसम भी बदलता है। इसके बाद ही शरद ऋतु का आगमन माना जाता है।
सिख धर्म में खालसा पंथ के पहले गुरु गुरुनानकदेव जी महाराज का जन्म भी आज के दिन ही हुआ था। इस कारण सिख धर्म के लोग गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुनानक जी महराज का प्रकाश पर्व मनाते हैं।
मान्यताओं के अनुसार आज के दिन ही स्वर्ग में तांडव मचाने वाले राक्षस त्रिपुरासुर का भगवान शंकर ने वध किया था। इससे खुश होकर सभी देवताओं ने गंगा स्नान किया था। इसके बाद देवताओं ने देव दीपावली भी मनायी थी।
भगवान विष्णु का अवतार भी आज के दिन ही माना गया है। इस कारण कार्तिक पूर्णिमा को सभी पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ माना जाता है। देवता हों या इंसान, सभी लोग आज के दिन गंगा में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना करते हैं।
Be First to Comment