गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा के पूर्व विधायक देवदत्त प्रसाद की पुण्यतिथि में पहुंचे प्रतिपक्ष के नेता तेजश्वी यादव एक सभा को भी सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार व नरेंद्र मोदी पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार डरपोक ही नहीं महा डरपोक हैं।
बैकुण्ठपुर के पूर्व विधायक देवदत्त सिंह की पुण्यतिथि में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव ने उनके प्रतिमा माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने हाई स्कूल परिसर में एक सभा को भी सम्बोधित किया। उन्होंने नीतीश व मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
तेजस्वी ने कहा कि चुनाव में बेईमानी करके सरकार बना ली गयी। यह पूरा देश जानता है। गोपालगंज में भी भोरे विधानसभा में माले प्रत्याशी की जीत घोषित करने के बाद थोड़ी ही देर में पुन: सेटिंग करके जदयू प्रत्याशी को जिता दिया गया। इस तरह पूरे बिहार में 15 से 20 जगह पर महागठबंधन प्रत्याशियों के साथ ऐसा किया गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में अफसरशाही हावी है। यहां आम जनता को तो छोड़िए मंत्री तक को अधिकारी कोई वैल्यू नहीं देते हैं। मंत्री की भी बातों को अधिकारी गंभीरता से नहीं लेते हैं।
उन्होंने कहा कि गोपालगंज में 3 मंत्री बना दिए गए हैं और कोई किसी काम का नहीं है। चाहे बाढ़ हो या कोरोना, गोपालगंज वासियों को कोई सहायता नहीं मिलती है। उन्होंने दरभंगा के एक मंत्री की मिसाल देते हुए कहा कि सरकार के मंत्री ने इस्तीफा दे दिया और कहा कि मेरी कोई नहीं सुनता तो मंत्री बनने से क्या फायदा।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में सिर्फ अफसरशाही हावी है। हम लोगों की सरकार में आम आदमी भी अफसरों के सामने बैठ कर अपना काम करवा लेता था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। बिना घूस दिए कोई काम नहीं होता है। हमने तो 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था बल्कि वर्तमान सरकार लाखों लोगों की नौकरी छीनने का काम कर रही है।
अपने चुनावी घोषणा पत्रों को दोहराते हुए तेजस्वी ने जनता से वर्तमान सरकार पर धोखाधड़ी करने और बिहार को गर्त में ले जाने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि हमने दस लाख सरकारी नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने 19 लाख रोजगार पैदा करने की बात कही थी। वह सरकारी नौकरी नहीं थी। उन्होंने कहा कि मोदी जी पकौड़े की दुकान खोलने को कहते हैं, हम कहते है कि 15 लाख तो नहीं, एके लाख रुपया के बोहनि करा दीजिये, पकौड़ा के दुकान लगा लेंगे। लेकिन पकौड़ा खाएगा कौन यहां तो शबे बेरोजगार है।
उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जब पेट्रोल, गैस और प्याज के दाम पहले बढ़ते थे तो यही बीजेपी वाले कहते थे महंगाई डायन खाये जात है। प्याज की माला पहन कर सिलेंडर लेकर नाचते थे। अब महंगाई डायन नहीं, भउजाई और महबूबा बन गई है। बात अब महंगाई पर नहीं बल्कि हिन्दू मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद, हिन्दुतान-पाकिस्तान, तालिबान की हो रही है।
उन्होंने मंजीत सिंह पर हमला बोलते हुए हुए कहा कि यहां के लोग सिर्फ फ़ोटो खिंचवाते हैं, जब उधर के नहीं रहे तो फोटो खिंचवा लिए और नीतीश जी को ब्लैकमेल कर दिए। नीतीश जी तो डरपोक ही नहीं भारी डरपोक हैं। उन्होंने शराबबंदी पर भी जमकर तंज कसे। उन्होंने शराबबंदी पर कहा कि पहले लोग कम पीते थे, अब ज्यादा पी रहे है। हर जगह शराब मिल रही है, इस बात को कौन नहीं जान रहा है। शराबबंदी कानून में क्या-क्या बदलाव का खेला हो रहा है, उ हमलोग जानते ही है।
उन्होंने कहा कि सात निश्चय के आलाव सभी योजनाएं भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गयीं। जातीय जनगणना में देश का भला होगा अंतिम व्यक्ति समाज के मुख्य धारा में रहे। इन्ही मुद्दों पर बात कर जब प्रधानमंत्री से मिले तो कुछ लोग कहने लगे कि चाचा भतीजा एक हो गया। एक नीतीश कुमार ही थोड़े जातीय जनगणना के पक्ष में वार्ता करने गए थे बल्कि पूरी पार्टियां इसके पक्ष में हैं और बात करने गई थीं। उन्होंने कहा कि सरकार में हर जगह घूसखोरी है। मोदी जी का विकास 7 साल का हो गया, लेकिन नीतीश जी का विकास अदृश्य है।
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