विधान परिषद में प्रतिपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने बुधवार को कहा कि सरकार को शिक्षकों की मांगें मान लेनी चाहिए। हड़ताल खत्म कराना चाहिए। शिक्षा मंत्री हड़ताली शिक्षकों से बातचीत करें, क्योंकि राज्य में परीक्षा ठीक से नहीं हो रही है। जनता और शिक्षक सड़क पर हैं। राबड़ी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनआरसी से इनकार है तो उन्हें सीएए भी खारिज करना चाहिए।
मांझी ने सीएम नीतीश से कहा, एनडीए छोड़ महागठबंधन में आ जाएं
पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। विधानसभा परिसर में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का स्टैंड ठीक है। उन्होंने सोच समझकर यह कदम उठाया है।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जदयू के आने की बात अलग है, लेकिन मैं पहले से आग्रह करता रहा हूं की मुख्यमंत्री जी आप एनडीए छोड़ें और महागठबंधन में आ जाएं। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद पहले ऐसा बोल चुके हैं। मांझी ने कहा कि महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी तय करेगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। फिर उन्होंने पत्रकारों के द्वारा पूछे जाने पर 3 बार से अधिक दोहराया कि वर्तमान समय में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बढ़िया चेहरा कोई नहीं है। कहा कि नीतीश कुमार जब भी महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत है।
वहीं भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए के पक्ष में है। यह देश के गरीबों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के पहले भाजपा के बड़े नेताओं से राय मशविरा कर लिया होगा, फिर भी मैं व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए का प्रबल पक्षधर रहूंगा।
(इस खबर को मुजफ्फरपुर न्यूज़ टीम ने संपादित नहीं किया है. यह hindustan फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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