MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : जिले में ओटीपी के माध्यम से पोषाहा’र वितर’ण कराने में आ रही सम’स्याओं और सभी प्रखंडों में एक समान पोषाहा’र की राशि उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में शही’द खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर जिले की आंगनबाड़ी से’विकाओं द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसका नेतृ’त्व बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला सचिव प्रतिमा कुमारी द्वारा किया गया. बैठक उपरांत आंगनबाड़ी सेविकाओं ने मां’गों से सम्बंधित एक आ’वेदन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को सौं’पा और इस सम्बन्ध में विचा’रोपरांत त्वरित का’र्रवाई की मां’ग की है.
सेवि’काओं ने ओटीपी के माध्यम से टीएचआर वित’रण करने के विभागीय निर्दे’श पर आप’त्ति जताते हुए कहा कि विभाग द्वारा पोषाहा’र के वितरण में परिव’र्तन किए जाने से सेवि’काओं को भा’री परे’शानी उ’ठानी पर रही है. टीएचआर वित’रण एक ज’टिल प्रक्रि’या है. इससे पूर्व ला’भार्थियों के खाते में सीधा पोषाहा’र का पैसा स्था’नांतरित कर दिया जाता था. इसे एक बार फिर से परिव’र्तित कर दिया गया जबकि सभी ला’भुकों के पास मोबा’इल रहना संभ’व नहीं है. चूंकि बहुत से ला’भुकों के मोबाइल उनके पति के पास रहता है. वे विभिन्न जगहों पर काम करने चले गए हैं.
बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला सचिव प्रतिमा कुमारी द्वारा बताया गया की बहुत से ला’भुकों को मोबाइल रिचार्ज के अभाव में भी परे’शानी हो रही है. अगर मोबाइल उपलब्ध भी है तो उसके मोबाइल में बैलेंस नही होने से ला’भुक पोषाहा’र से वं’चित रह जा रहे हैं. ऐसे वं’चित लाभु’कों के आक्रो’श का सामना सेवि’काओं को करना पड़ रहा है. सेवि’काओं का कहना था की उन्हें कार्यालय के उच्चाधिकारियों द्वारा प्रता’ड़ित किया जा रहा है की ओटीपी के माध्यम से ही लाभा’र्थियों को पोषाहा’र वितरित करें. 90 प्रतिशत सेविकाओं के मोबाइल ख़’राब हो चुके हैं. जिससे सभी का ओटीपी नहीं आ पा रहा है. ला’भार्थियों की संख्या अधिक है, कहीं 10 तो कहीं 15 या 20 प्रतिशत आ रहा है, जिस कारण सम’स्या आ रही है. सेवि’काओं का कहना था की जिले के प्रखंड में सभी जगह अलग-अलग पोषाहार की राशि दी गई है, जबकि वास्तविक ला’भुक सभी प्रखंडों में एक समान ही है.
मुशहरी सदर की प्रखंड अध्यक्ष कुमारी ममता ने कहा की घटि’या क्वालिटी के मोबाइल की वजह से 90 फीसदी सेवि’काओं के मोबाइल ख़राब हो चुके हैं, कई बार लिखित रूप से आवे’दन देने के बाद भी कोई का’र्रवाई नहीं हुई. ओटीपी के माध्यम से पोषाहा’र वित’रण करने हेतु प्रता’ड़ित किया जाता है, बात-बात पर चयनमु’क्ति की धम’की दी जाती है. मान’सिक प्रता’ड़ना की वजह से कई सेविकाओं की तबि’यत ख़’राब हो चुकी है, उनके स्वा’स्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभा’व पड़ रहा है.
ओटीपी को लेकर आंगनबाड़ी सेवि’काओं काफी आक्रो’श है. सेविकाओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि ओटीपी का नियमों को र’द्द कर पूर्व की भांति सीधे ला’भुकों के खाते में भेजने की व्य’वस्था की जाय. उनकी मां’गे हैं की सभी प्रखंडों में पहले की भांति एक समान पो’षाहार की राशि दी जाये. मुंह जू’ठी एवं गोदभ’राई की लंबित राशि उपलब्ध कराई जाये तथा 90 प्रतिशत सेविकाओं का मोबाइल ख़’राब हो चूका है अतः पूर्व की भांति रजिस्टर पर काम करने की अनुम’ति प्रदान की जाये. मोबाइल एवं मकान कि’राया के लं’बित पैसे का भु’गतान किया जाये.
उन्होंने कहा की उनकी सम’स्याओं का नि’दान यदि नहीं किया जाता है तो आगामी 25 दिसम्बर को जिला प्रोग्राम कार्यालय के समक्ष ध’रना देने हेतु विव’श होना पड़ेगा. मौके पर बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष कान्ति देवी, जिला महासचिव प्रतिमा कुमारी, मुशहरी सदर अध्यक्ष कुमारी ममता, ज्योति कुमारी, संजू कुमारी, चन्दन कुमारी, चांदनी कुमारी, शर्मिला कुमारी, दीपा फ्लेक्सी, सुजाता मिश्रा, निर्मला नीलू, मीना कुमारी समेत अन्य से’विकाएं मौजूद थी.
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