प्रशांत किशोर ने किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्वान लोग कहते रहे हैं कि गरीबी मिटाने के तीन ही मुख्य उपाय हैं: शिक्षा, जमीन और पूंजी। लेकिन पिछले 35-40 सालों में बिहार की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत चिंता की बात है कि बिहार में 100 में से सिर्फ 13 बच्चे ही 12वीं पास कर पाते हैं। इसका नतीजा यह है कि आज हमारे बच्चे दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं। उन्होंने इस ओर भी सबका ध्यान खींचा कि बिहार सरकार हर साल शिक्षा पर 50 हजार करोड़ खर्च करती है लेकिन 50 बच्चे भी अच्छी शिक्षा नहीं पा रहे हैं। आज की शिक्षा व्यवस्था में स्कूल से खिचड़ी और कॉलेज से सिर्फ डिग्री बांटी जा रही है।
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