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सियासी अटकलों के बीच सुबह -सुबह राजभवन पहुंचे सीएम नीतीश; जानिए वजह

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह-सुबह अचानक राजभवन पहुंच गए। सीएम नीतीश कुमार राज भवन क्यों पहुंचे हैं इस बात की अभी तक आधिकारिक जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। लेकिन यह कहा जा रहा है कि वह कैबिनेट विस्तार कि चर्चा के बाद राजभवन गए हैं,ऐसे में शायद वह राज्यपाल को नए मंत्री का लिस्ट सौंप सकतें हैं।

दरअसल, बिहार में पिछले कुछ दिनों से इस बात कि चर्चा तेज है राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जो ऑफर दिया गया है उसे पर राजनीतिक फेर बदल हो सकता है। लेकिन,  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने दो बार गलती कर दी है और अब वापस से वह इस तरह की गलती नहीं करने वाले हैं। लिहाजा, यह तो साफ है कि फिलहाल बिहार में सियासी फेरबदल नहीं होने वाला है।

वहीं, अब दूसरी और सबसे अहम बात किया है कि बिहार में कैबिनेट का विस्तार होना है। ऐसे में नीतीश कुमार कैबिनेट विस्तार को लेकर राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, कैबिनेट में किसे जगह दी जाएगी और किसे नहीं यह तय करना मुख्यमंत्री का अधिकार है, लेकिन इसको लेकर जो शपथ ग्रहण करवाया जाएगा उस डेट पर राज्यपाल फुर्सत में है या नहीं इसको लेकर वह बातचीत कर सकते हैं और इसके साथ ही नए कैबिनेट में कौन -कौन नए चेहरे होंगे उसकी लिस्ट भी नीतीश कुमार राज्यपाल को दे सकते हैं। इन दिनों के बीच महज 15 मिनट की मुलाकात हुई है।

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जानकारी हो कि, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। ऐसे में सकती निगाहे नीतीश कैबिनेट के विस्तार पर होगी। माना जा रहा है कि बीजेपी के 4 नए चेहरे नीतीश कैबिनेट में शामिल होंगे। जबकि जदयू से भी दो नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार 15 जनवरी के बाद कभी भी हो सकता है और यह प्रक्रिया 30 जनवरी से पहले पूरी कर ली जाएगी।

गौरतलब हो कि, वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित कुल 30 मंत्री बिहार सरकार में हैं। इनमें भाजपा के 15 मंत्री शामिल हैं, जबकि ‘हम’ से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। बिहार विधानसभा की सदस्य संख्या के अनुसार अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस लिहाज से छह मंत्री पद अब भी रिक्त हैं। कैबिनेट विस्तार में 3-4 विभागों के मंत्रियों को बदला जाएगा। जिन जातियों का प्रतिनिधित्व वर्तमान मंत्री कर रहे हैं।

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