पटना : बिहार विधानमंडल का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज से हो रही है। सीएम नीतीश सभी विधायकों से पहले ही बिहार विधानसभा पहुंच गए हैं। जहां जदयू के नेताओं ने उनका स्वागत किया है। विजय चौधरी, अशोक चौधरी और श्रवण बिहार विधानसभा में मौजूद थे उन्होंने सीएम नीतीश का स्वागत किया।
जानकारी के अनुसार, शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है, क्योंकि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में आई कथित गिरावट, स्मार्ट प्रीपेड मीटर में कथित खामियां और भूमि सर्वेक्षण कार्य में किसानों को हो रही समस्याओं, जहरी’ली शरा’ब से मौ’त, वक्फ (संशोधन) विधेयक, उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी के खिलाफ आ’रोप जैसे मुद्दे विपक्ष उठा सकता है। सत्र 29 नवंबर को समाप्त होगा।
मालूम हो कि, दो दिन पहले ही आए चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम एनडीए के पक्ष में रहे हैं। ऐसे में एनडीए खेमा इससे काफी उत्साहित है. साथ ही सत्ता पक्ष के पास सदन में यह कह रही है की जनता ने नीतीश सरकार पर भरोसा जताया है और तेजस्वी सहित विपक्ष को नकार दिया ह। जबकि कुछ विपक्षी विधायकों ने कहा कि वे ‘महिलाओं पर अत्याचार’, जीविका स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को कम पारिश्रमिक दिए जाने और कुछ सूक्ष्म वित्त कंपनियों द्वारा ग्रामीण महिलाओं के ‘आर्थिक शोषण’ के मुद्दों पर भी राज्य सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे।
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र छोटा है, केवल 5 दिनों तक ही सत्र चलेगा। सरकार की ओर से कई विधेयक भी छोटे सत्र में पेश करने की तैयारी है और कई विधाई कार्य भी संपन्न कराए जाएंगे। 26 नवंबर और 27 नवंबर को राजकीय विधायक और अन्य राजकीय कार्य किए जाएंगे। 28 दिसंबर को द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी और सरकार उसे सदन से सरकार पास करायेगी। अंतिम दिन 29 नवंबर को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी।
Be First to Comment