PATNA : बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने की अट’कलों पर फि’लहाल वि’राम लगा दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जेडीयू दफ्तर में मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व डीजीपी ने कहा कि मेरी नीतीश जी से मुलाकात हुई है, लेकिन फिलहाल मैंने चुनाव ल’ड़ने का फाइ’नल नहीं किया है. इसके साथ ही उन्होंने जेडीयू ज्वा’इन करने की खबरों पर स’फाई देते हुए कहा कि मैं फिलहाल जेडीयू नहीं ज्वाइन कर रहा हूं. हालांकि जेडीयू सूत्रों से खबर है कि सीएम नीतीश ने उन्हें बक्सर से विधानसभा टिकट देने का आ’श्वासन दे दिया है. लेकिन, इस मामले में जेडीयू की ओर से आधि’कारिक पु’ष्टि का इंत’जार है.
बता दें कि मीडिया में शनिवार को ऐसी खबरें आई कि पूर्व डीजीपी को सीएम नीतीश ने पार्टी दफ्तर बुलाया है और वे जेडीयू ज्वाइन कर सकते हैं. इस बीच गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू ऑफिस पहुंचे भी और सीएम नीतीश से मुलाकात भी की. हालांकि इसके बाद उन्होंने सारे कया’सों को खा’रिज कर कहा कि अभी उनका चुनाव ल’ड़ना फा’इनल नहीं है. लेकिन अब खबर यही है कि सीएम नीतीश ने उन्हें बक्सर से चुनाव ल’ड़वाने का आश्वा’सन दे दिया है.
पूर्व डीजीपी ने नीतीश कुमार के सुशासन की ज’मकर तारी’फ की. कोरो’ना सं’कट के दौरान सरकार के काम-काज की च’र्चा करते हुए कहा कि इस दौर में बिहार सरकार ने बेहत’रीन काम किया. इस दौरान पुलिस विभाग को काम करने की पूरी आ’जादी दी गयी. पुलिस भी सरकार के भरो’से पर ख’री उतरी और कोरो’ना कं’ट्रोल में बड़ी भूमि’का अदा की. सरकार की स्प’ष्ट नी’तियों के चलते यह सं’भव हो सका. बता दें कि हाल में ही बिहार के डीजीपी पद पर रहते हुए पुलिस सेवा से से गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस ले ली थी. इसके बाद से ही कया’स लगाए जाने लगे थे कि वे वाल्मीकिनगर से लोकसभा का उपचुनाव ल’ड़ सकते हैं. हालांकि पार्टी वे बीजेपी या जेडीयू में से किस पार्टी में शा’मिल होंगे इस पर अब भी सं’शय बरक’रार है.
गुप्तेश्वर पांडेय की नजर बक्सर सीट पर हैं. इसलिए वह बिना एनडीए में सीट बं’टवारे के पहले किसी पार्टी में शामिल होना नहीं चाहते हैं. गुप्तेश्वर पांडेय को लग रहा था कि अगर वह जेडीयू में गए और बक्सर सीट जेडीयू के खा’ते में नहीं आई तो वह क्या करेंगे. बक्सर सीट पहले से ही बीजेपी की रही है. ऐसे में सीट अगर बीजेपी को मिलती है तो वह बीजेपी में भी शा’मिल हो सकते हैं. बक्सर सीट को देखते हुए गुप्तेश्वर पांडेय अपनी चुनावी रणनी’ति बनाने में जु’टे हैं. अगर कल सीट बं’टवारा हो जाए तो अगले दिन गुप्तेश्वर पांडेय जिसको भी बक्सर सीट मिलेगा उसमें शा’मिल हो सकते हैं. वह आगे का रा’स्ता अपना खु’ला रखना चाहते हैं. अगर वह जेडीयू में शामिल हुए तो परे’शानी में पड़ जाएंगे. इसलिए वह ज’ल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं.
गौरतलब है कि गुप्तेश्वर पांडेय ने हाल में सरकार को वीआरएस के लिए आवेदन दिया था, जिसे सरकार ने स्वी’कृत कर लिया था. दूसरी और उनके बिहार विधानसभा चुनाव में भी बक्सर के किसी विधानसभा सीट से खड़े होने की उम्मीद ज’ताई जा रही है, लेकिन इस बीच वाल्मीकिनगर चुनाव में उनकी दा’वेदारी ने सिया’सी रु’ख मोड़ दिया है. बता दें कि हाल में ही गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि अगर मौ’का मिला और इस यो’ग्य समझा गया कि मुझे राजनी’ति में आना चाहिए तो मैं आ सकता हूं.
उन्होंने ये भी कहा था कि ये नि’र्णय वे लोग करेंगे जो हमारी मिट्टी के हैं, बिहार की जनता हैं और उसमें पहला ह’क तो बक्सर के लोगों का है जहां मैं पला—बढ़ा हूं. उन्होंने कहा था कि राजनीति में आने का अब मेरा मन हो गया है अब स्थिति ऐसी बन गई है कि मुझे लगता है कि अब इसमें आ जाना चाहिए. बहर’हाल अब ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर सा’फ हो जाएगी कि गुप्तेश्वर पांडेय को नीतीश कुमार विधानसभा या फिर लोकसभा का टिकट देते हैं या फिर वे भाजपा में शामिल होकर बक्सर से चुनाव ल’ड़ते हैं. बता दें कि VRS लेने वाले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के IPS अधिकारी थे.
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