पटना: बिहार में एक और जहां हीट वेव कहर बरपा रहा है तो दूसरी ओर लोकसभा चुनाव 2024 का राजनीतिक तापमान बहुत गर्म हो गया है। विभिन्न दलों के नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप तेजी से बढ़ती जा रही है। नीतीश सरकार के डिप्टी सीएम और बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के एक बयान पर लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने एनडीए सरकार के भविष्य का खाका पेश कर दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ा चैलेंज भी दिया है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी गुंडों की पार्टी है और लालू प्रसाद यादव अपरा’धियों के प्रतीक हैं। लेकिन सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दिया है। सबको ठंडा कर दिया जाएगा। उन्होंने मा’फिया तत्वों खासकर जमीन मा’फिया पर नकेल कसने की प्रतिबद्धता दुहराते हुए कहा कि उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। जल्द कार्रवाई शुरू होगी। जब तेजस्वी यादव से सम्राट के इस बयान पर सवाल किया गया तो भाजपा पर उखड़ गए। कहा कि यह सब हार के डर से पैदा हुई बेचैनी और बौखलाहट है जो बयान के रूप में फूट रही है। ये लोग जल्दी जाने वाले हैं। 2014 में ये आए थे और 24 में इन लोगों की विदाई होने वाली है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि इन लोगों की भाषा की मर्यादा इतनी गिरती जा रही है कि कुछ कह नहीं सकते। ये लोग चुनाव में हारने के डर से बेचैन हैं और बौखलाहट में कुछ कुछ बोल रहे हैं। ये लोग जान रहे हैं कि जहां भी जा रहे हैं, उनकी सभा में भीड़ भी नहीं हो रही हैं। इस बात का दर्द है कि इन्हें कोई सुनने नहीं आ रहा है। ये चुनाव हार रहे हैं इसीलिए हम लोगों को अनाप शनाप बोल रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि परिवारवाद पर बहुत बोलते हैं तो मोदी जी लिखकर दे दें कि किसी बाल बच्चे वाले को टिकट नहीं देंगे और न ऐसी पार्टियों से गठबंधन करेंगे, जिसकी पीढ़ियां राजनीति में पहले से चलती आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालू यादव के परिवारवाद पर अपने भाषणों में बोलते रहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आजकल चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकल रहे हैं। हम ऐसा पहली बार देख रहे हैं कि चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर में कैद हैं। उन्होंने नीतीश कुमार का पीएम मोदी के साथ मंच साझा नहीं करने पर भी सवाल उठाया। उसके बाद संजय झा ने कहा कि एक रणनीति के तहत एनडीए के बड़े नेता अलग अलग कार्यक्रम कवर कर रहे हैं ताकि सभी लोगों तक पहुंचा जा सके।
आरजेडी नेता देवेन्द्र प्रसाद यादव के इस्तीफे के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में आना-जाना लगा रहता है। हम लोग भी सोच रहे थे कि कहीं से कुछ हो जाए, एडजस्ट हो जाएं तो अच्छा होगा। गठबंधन भी जरूरी है। चुनाव में जब तक त्याग नहीं कीजिएगा, काम नहीं चलने वाला है। सब लोगों की इच्छा चुनाव लड़ने की होती है लेकिन टिकट तो एक ही है। गठबंधन धर्म निभाएं या एक एक व्यक्ति को देखें। देवेंद्र यादव का नाम लिए बगैर तेजस्वी याव ने कहा कि पार्टी बड़ी होती है। पार्टी धर्म को मानना चाहिए।
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