पटना: इस बार लोकसभा चुनाव में कई महिलाएं चुनावी मैदान में उतरी हुई हैं। विभिन्न दलों के बैनर तले चुनावी मैदान में ताल ठोक रही महिलाएं राजनीति के दिग्गज धुरंधरों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। चुनाव परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन पुरुषों के संग राजनीति में कदमताल कर रही इन महिलाओं के जोश, जज्बा और जुनून की भरपूर सराहना हो रही है। इनमें प्रमुख नाम लालू यादव की बेटी मीसा भारती और रोहिणी आचार्या, आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद, वैशाली की एमपी वीणा देवी शामिल हैं।
राज्य के दोनों प्रमुख घटक दल एनडीए और इंडिया गठबंधन में देखें तो सबसे अधिक महिलाओं को टिकट राजद ने दिया है। पार्टी की ओर से घोषित महिला उम्मीदवारों में लालू प्रसाद की दो बेटियां हैं। मीसा भारती पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रही हैं। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव को टक्कर दे रही हैं। वहीं राजनीति की नवोदित खिलाड़ी रोहिणी आचार्य भी सारण में भाजपा के दिग्ग्ज नेता राजीव प्रताप रूडी को चुनौती दे रही हैं। जमुई से अर्चना रविदास लोजपाआर के अरुण भारती तो पूर्णिया से बीमा भारती जदयू के संतोष कुशवाहा और निर्दलीय पप्पू यादव को सीधी चुनौती दे रही हैं। जबकि अनिता कुमारी मुंगेर में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के सामने चुनावी मैदान में डटकर खड़ी हैं।
इसी तरह सीवान में जदयू के टिकट पर विजया लक्ष्मी देवी चुनावी मैदान में उतरी हैं। वे राजद के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी को कड़ी टक्कर दे रही हैं। वैशाली से लोजपाआर की वीणा देवी राजद के मुन्ना शुक्ला से दो-दो हाथ कर रही हैं। जबकि समस्तीपुर में जदयू के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी लोजपाआर के बैनर तले चुनावी मैदान में उतरी हैं। शांभवी का मुकाबला जदयू के वरिष्ठ मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी से होना तय माना जा रहा है। सन्नी हजारी हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। कांग्रेस की ओर से सन्नी हजारी को उम्मीदवार बनाने की चर्चा जोरों पर है।
शिवहर में दोनों ही घटक दलों से महिलाएं ही
शिवहर सीट ऐसी है जहां दोनों ही घटक दलों की उम्मीदवार महिला ही हैं। जदयू ने जहां पूर्व सांसद लवली आनंद पर दांव खेला है वहीं राजद ने ऋतु जायसवाल को चुनावी मैदान में उतारा है। यानी दोनों गठबंधन में कोई भी जीते, महिला ही शिवहर की सांसद होंगी।
पिछली बार आठ महिलाएं थीं चुनावी मैदान में
वर्ष 2019 में सात महिलाएं प्रमुख दलों के बैनर तले चुनावी मैदान में थीं। इसमें शिवहर से रमा देवी, वैशाली से वीणा देवी, मुंगेर से नीलम देवी, पाटलिपुत्र से मीसा भारती, सासाराम से मीरा कुमार, नवादा से विभा देवी और सुपौल से रंजीत रंजन चुनावी मैदान में उतरी थीं। सीवान से दोनों प्रमुख दलों से चुनावी मैदान में उतरने वाली महिलाएं ही थीं। जदयू के टिकट पर कविता सिंह तो राजद के टिकट पर हिना शहाब चुनावी मैदान में उतरी थीं।
2014 में 12 महिलाएं लड़ी थीं चुनाव
वर्ष 2014 में पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित 12 महिलाएं प्रमुख दलों से चुनावी मैदान में उतरी थीं। इसमें मुंगेर से वीणा देवी, शिवहर से रमा देवी, सुपौल से रंजीत रंजन, गोपालगंज से ज्योति भारती, सीवान से हिना शहाब, सारण से राबड़ी देवी, उजियारपुर से अश्वमेघ देवी, खगड़िया से कृष्णा कुमारी यादव, बांका से पुतुल कुमारी, पाटलिपुत्र से मीसा भारती, सासाराम से मीरा कुमार और काराकाट से कांति सिंह चुनावी मैदान में उतरी थीं।
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