पटना: बिहार में शरा’बबंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा ऐलान किया है। राज्य में शरा’बबंदी को फेल बताते हुए उन्होंने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है। कहा है कि उनकी शरा’बबंदी नीति से दलित और गरीब तबका सबसे ज्यादा परेशान है। पहले गांव गांव में दुकान खोल दी। अब कहते हैं कि शरा’ब मत पियो। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी सरकार बनी तो श’राब पर लगी रोक हटा दी जाएगी। जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल हम यानि हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक और संरक्षक हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि श’राब पूरी तरीके से बंद हो जाए। लेकिन, शरा’बबंदी की जो प्रक्रिया है वह सरासर गलत है। आज 4 लाख से ज्यादा लोग श’राब पीने और बेचने के आरो’प में जेल की सलाखों में बंद हैं। उसमें 80% दलित और गरीब तबके के लोग हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि पीने पर फाइन लेकर छोड़ दिया जाएगा। गरीब तबका थकान मिटाने के लिए श’राब पी लेता है और जुर्माना की राशि नहीं होने पर जेल चला जाता है क्योंकि उत्पाद विभाग या पुलिस जब उसे पकड़ती है तो 8000 तक चार्ज कर देती है। अब जो मजदूर 500 कमा कर जा रहा है वह इतना जुर्माना कहां से देगा। नीतीश कुमार की शरा’बबंदी से शेड्यूल कास्ट और दलित तबके के अधिकांश लोग जेल या कानून के शिकंजे में हैं।
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