मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर स्थित बीआरए बिहार विश्वविद्यालय कभी राज्य का गौरव था। आज हालत ऐसी है कि हर वर्ष हजारों छात्र दूसरे विश्वविद्यालय में पढ़ने चले जाते हैं। इस वर्ष भी 30 हजार छात्रों ने मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी दाखिला नहीं लिया। सत्र नियमित नहीं होने और रिजल्ट समय पर जारी नहीं होने से छात्र दूसरे विश्वविद्यालयों का रुख कर रहे हैं। इससे विश्वविद्यालय की साख को बट्टा लग रहा है। विवि प्रशासन के पास छात्रों के पलायन पर कोई ठोस जवाब नहीं है।
बीआरएबीयू से पलायन करने वाले छात्र सबसे अधिक ललित नारायण मिथिला विवि जा रहे हैं। वहां दाखिला लेने वाले 20 प्रतिशत छात्र बीआरएबीयू क्षेत्र के जिलों से होते हैं। इस वर्ष भी इतने ही छात्रों ने मिथिला विवि में स्नातक में दाखिले के लिए आवेदन किया था। मिथिला विवि में लगातार सत्र नियमित चल रहा है, जिससे वहां समय पर स्नातक की डिग्रियां मिल जा रही हैं। बिहार विवि में सत्र नियमित करने का अभी प्रयास ही चल रहा है। स्नातक के अलावा बीएड की परीक्षा भी देर से हुई है।
पटना यूनिवर्सिटी का भी रुख कर रहे विद्यार्थी
पिछले वर्ष लगभग 40 हजार छात्रों ने बीआरएबीयू के साथ दूसरे विश्वविद्यालयों में भी आवेदन दिया था। दूसरे विवि में स्नातक की मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद इन्होंने बीआरएबीयू में दाखिला नहीं लिया। वर्ष 2021 में भी लगभग 25 हजार छात्रों ने बिहार विवि छोड़ कर दूसरे विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया था। छात्र मिथिला विवि के अलावा पटना विवि में भी दाखिला लेते हैं।
हर वर्ष 50 हजार सीटें रह जाती हैं खाली
बीआरएबीयू में हर वर्ष लगभग 50 हजार सीटें खाली रह जाती हैं। प्रति वर्ष नये कॉलेजों को संबद्धन दिया जाता है। स्नातक में दाखिले के लिए दो लाख से अधिक सीटे हैं, लेकिन सीटें भरने के लिए विवि को ऑन स्पॉट दाखिले का विकल्प छात्रों को देना पड़ा है।
विवि में वोकेशनल कोर्स पर भी लगी है रोक
सीट स्वीकृत नहीं होने से वोकेशनल कोर्स पर भी रोक लगी है। यहां के छात्र वोकेशनल में दाखिले को दूसरे विवि में आवेदन कर रहे हैं। बिहार विवि के व्यावसायिक पाठ्यक्रम कर्मचारी संघ के सचिव उज्ज्वल कुमार ने कहा कि हमलोगों ने कोर्स शुरू करने के लिए कई बार कुलपति को आवेदन दिया।
क्या कहते हैं पदाधिकारी?
छात्रों को रोकने के लिए ऑन स्पॉट एडमिशन हो रहा है। हमलोग लगातार सत्र नियमित करने पर काम कर रहे हैं। कई सत्रों की परीक्षा हो गई है।
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