पटना: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में अपने अभियान को धार दे दी है। महाजनसंपर्क अभियान के तहत बीजेपी राज्यभर में आयोजन कर रही है। इसी क्रम में कुछ जगहों पर केंद्रीय नेताओं को भी बुलाया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं। वे 29 जून को मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी की रैली को संबोधित करेंगे। बीजेपी ने लखीसराय में शाह की बड़ी जनसभा कराने का फैसला लिया है। मुंगेर सीट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सांसद हैं। बीजेपी ने जेडीयू से यह सीट छीनने की पूरी तैयारी कर ली है।
बिहार बीजेपी के कोर ग्रुप की बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के आवास पर अहम बैठक हुई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह का 29 जून को मुंगेर का दौरा कराने का फैसला लिया गया। इस दौरान शाह लखीसराय में पार्टी की रैली को संबोधित करेंगे। प्रदेश के बीजेपी नेता अब इस कार्यक्रम की तैयारी में जुट गए हैं। शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। आगामी चुनाव में मुंगेर लोकसभा सीट एनडीए और महागठबंधन के लिए अहम रहने वाली है।
बीजेपी की मुंगेर का किला फतह करने की तैयारी
पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ महागठबंधन में जाने के बाद बीजेपी ने अपने बलबूते बिहार में चुनावी सफलता हासिल करने की पूरी रणनीति तैयार कर ली। पार्टी ने उन सीटों की भी लिस्ट बनाई, जहां पर 2024 में उसे कड़ी टक्कर मिल सकती है या कमजोर प्रदर्शन रहने की उम्मीद है। इसमें मुंगेर लोकसभा सीट भी शामिल है।
पिछले चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी ने मुंगेर सीट अपने गठबंधन के सहयोगियों को लड़ने के लिए दी थी। 2004 में यहां आरजेडी ने जेडीयू को मात दी थी। 2009 में एनडीए में रहते हुए ललन सिंह जेडीयू के टिकट पर मुंगेर से जीते थे। 2014 के चुनाव में बीजेपी ने लोजपा को यह सीट दी और वीणा देवी ने ललन सिंह को हरा दिया था। इसके बाद 2019 में भी बीजेपी ने अपनी सहयोगी जेडीयू को यहां से चुनाव लड़वाया और ललन सिंह दोबारा जीतकर सांसद बने। अब जेडीयू एनडीए से बाहर हो गई है और बीजेपी अपने बलबूते इस सीट को अपने कब्जे में करने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि आगामी चुनाव में बीजेपी यह सीट लोजपा या गठबंधन के किसी अन्य सहयोगी को न देकर, खुद यहां पर अपना प्रत्याशी उतारेगी।
मुंगेर में समाजवादियों का दबदबा रहा, भूमिहार और अति पिछड़ा वोटर ज्यादा
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र पर शुरुआत से समाजवादियों का दबदबा रहा है। 1964 और 1967 में राम मनोहर लोहिया के अनुयायी और प्रखर समाजवादी मधु लिमये यहां से सांसद रहे थे। मुंगेर सीट पर भूमिहार और अति पिछड़ा वोटर की संख्या ज्यादा है। ये किसी भी पार्टी के लिए यहां जीत-हार का फैसला करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। भूमिहारों के बारे में कहा जाता है कि वे हर चुनाव में एकजुट होकर वोट करते हैं। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह भूमिहार जाति से हैं। बीजेपी इस वोटबैंक में सेंधमारी की तैयारी कर रही है। ऐसे में आगामी चुनाव में यहां पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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