मुजफ्फरपुर: शहर में उपभोक्ता और सरकार के बीच बेहतर सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना को लागू किया है। विगत कुछ दिनों से उपभोक्ता के मीटर से जो नियमित प्रति महिना मीटर रीडिंग से जो बिल आता था उसको ब्याज एवं अन्यायन खर्च से मुक्ति हेतु प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बनी है। लेकिन बिहार इलेक्ट्रिक सिटी बोर्ड ने जिन एजेंसियों को स्मार्ट मीटर लगाने का काम दिया है उन एजेंसी ने मीटर की रीडिंग को नियमित नहीं रखा है। इस मीटर की रीडिंग बहुत ज्यादा तेज हैं। जिसकी शिकायत उपभोक्ता से मिल रही हैं। पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि पुराना मीटर जिन उपभोक्ता के घर में लगा हो उसी आधार से प्रीपेड मीटर की रीडिंग बराबर होनी चाहिए अगर ज्यादा बिलिंग आ रहा है तो उसका औचित्य क्या है ?
सभी लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। इस स्मार्ट मीटर का रिचार्ज आसानी से हो उसकी समुचित व्यवस्था की जाए।
जिन उपभोक्ता का पहले से डबल या उससे ज्यादा पैसा लिया गया है उसको इस प्रीपेड मीटर में बैलेंस जोड़ दिया जाए।
अगर कोई उपभोक्ता मीटर को जाँच कराना चाहता है तो उसकी व्यवस्था की जाए ताकि उपभोक्ता को संतुष्टि मिले कि मीटर की रीडिंग सही है या नहीं।
इसके अलावा अन्यायन विषय जो आज के बिजली बोर्ड और उपभोक्ता के बीच में निदान की व्यवस्था को सार्वजनिक किया जाए। ताकि उपभोक्ता को शिकायत करने का मौका कम से कम मिले। इस मौके पर जिलाधिकारी प्रणव कुमार,वार्ड 31 के समाजसेवी अमित कुमार, मेयर निर्मला साहू, डिप्टी मेयर डॉक्टर मोनालिसा आदि लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
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