पटना: बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने बयानों पर लगाम नहीं लगा रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। सुधाकर ने खगड़िया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अगर एकजुट हो जाएं तो नीतीश सरकार को टेकुआ की तरह सीधा कर देंगे। दूसरी ओर, आरजेडी ने सुधाकर सिंह को राज्य सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आरजेडी विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंगलवार को खगड़िया में बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस बर्बरता के खिलाफ जन आक्रोश रैली की। इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने नीतीश सरकार पर कई प्रहार किए। उन्होंने कहा कि नीतीश के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने लूट और भ्र’ष्टाचार का अनूठा तंत्र विकसित किया है। यहां तक कि पुलिस भी सरकार से पोषित भ्रष्टाचार के इस तंत्र की जांच करने में विफल साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने 13 महीनों तक आंदोलन किया तो केंद्र सरकार को झुकना पड़ा था। अगर बिहार के किसान एकजुट हो जाएं और 13 दिन भी आंदोलन कर लें तो नीतीश सरकार टेकुआ की तरह सीधी हो जाएगी। रजाई सिलने वाले टेकुआ को सबसे सीधा माना जाता है। उसी की तरह सरकार हो जाएगी।
सुधाकर ने कहा कि राज्य और केंद्र, दोनों सरकारों ने किसानों की बात नहीं सुन रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना हो जाएगी। इस तरह किसानों की आय 200 फीसदी बढ़नी चाहिए थी, लेकिन बढ़ी सिर्फ 8 फीसदी है। बिहार में तो आलम ये है कि कोई भी किसान एमएसपी पर अपनी फसल नहीं बेच पा रहा है।
सुधाकर को आरजेडी ने दिया नोटिस
दूसरी ओर, लगातार नीतीश कुमार और सरकार पर हमला बोल रहे सुधाकर सिंह को आरजेडी ने कारण बताओ नोटिस थमाया है। पार्टी ने उनपर महागठबंधन की गरिमा का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए 15 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। अगर वे संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सुधाकर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं और नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी के चलते ही उन्हें कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
पिछले दिनों सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार की तुलना महाभारत के किरदार शिखंडी से की थी। उस पर जेडीयू नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई थी। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी सुधाकर सिंह को फालतू बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दे चुके हैं, मगर वे चुप होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अगर उनकी बयानबाजी आगे भी जारी रहती है तो उनकी पार्टी से विदाई तय है।
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