बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी के बनते ही निगरानी ने बड़ी कार्रवाई की। पटना विजिलेंस की टीम ने समस्तीपुर के ताजपुर थाने में पदस्थापित दारोगा विजय शंकर साह को एक फरियादी से 10 हजार रुपये घू’स लेते रंगे हाथों द’बोच लिया।
जब निगरानी की टीम दारोगा को पकड़ कर बोलेरो में बिठा रही थी तो आरो’पी दारोगा ने निगरानी की टीम के साथ धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। इसे देख स्थानीय लोगों ने निगरानी की गाड़ी को अप’राधी समझ घेर लिया लेकिन जब निगरानी ने टीम ने अपना परिचय दिया तब लोगों को पूरी बातें समझ में आ गयी। जिसके बाद लोगों ने भी दारोगा की गिर’फ्तारी में सहयोग किया। टीम आरो’पी दारोगा को लेकर पटना रवाना हो गई है।
बताया जाता है कि आरो’पी दारोगा विजय शंकर साह एक फरियादी से किसी मामले में रिपोर्ट तैयार करने के एवज में दस हजार रुपये की मांग कर रहा था। इस बात की जानकारी पी’ड़ित ने निगरानी विभाग को दी। तब निगरानी की टीम ने जाल बिछाकर आरो’पी दारोगा को ताजपुर बाजार के एक दुकान के बाहर ही उस वक्त दबो’चा जब वह फरियादी से दस हजार रुपया लेकर अपने पॉकेट में डाल रहा था।
निगरानी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में ह’ड़कंप मचा हुआ है। बता दें शिकायत मिलने के बाद आए दिन निगरानी घू’सखोरों को पकड़ती है उस पर कानूनी कार्रवाई करती है लेकिन इसके बावजूद रि’श्वत लेने वाले लोगों की कान तक जूं नहीं रेंगती। मानों हम नहीं सुधरेंगे की उन्होंने कसम खा रखी हो। इसलिए किसी काम के एवज में रि’श्वत लेना उचित नहीं है। यदि गलत काम करेंगे तो आज नहीं तो कल उसका नतीजा भी गलत ही सामने आएगा। फिलहाल निगरानी की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है।
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