Press "Enter" to skip to content

सूखा राहत: धनतेरस पर किसानों को 500 करोड़, छठ से पहले प्रभावित किसानों को 3500 मिलेगा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सूखा प्रभावित किसानों को धनतेरस के मौके पर बड़ा गिफ्ट दिया है। इस साल सूखे की मार झेल रहे किसानों की सहायता के लिए प्रति परिवार 3500 रुपए की राशि छठ से पहले किसानों के खाते में भेज दी जाएगी। इसकी घोषणा आज धनतेरस के अवसर पर सीएम ने की।

सूखा राहत: धनतेरस पर किसानों को 500 करोड़, छठ से पहले प्रभावित किसानों को 3500 मिलेगा

पहले चरण में 500 करोड़ों का जिलों को भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री ने  पटना में एक कार्यक्रम के दौरान रिमोट से राशि सभी जिलों को भेजा।  इससे पहले सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीएम से एक एक कर  बात की।

सीएम नीतीश कुमार ने जिलाधिकारियों को कहा छठ पर्व से पहले हर हाल में किसानों तक यह राशि पहुंचा दी जाए।  इसमें और जितने रुपए की आवश्यकता होगी वह दिया जाएगा। फिलहाल वित्त मंत्रालय ने 500 करोड़ की स्वीकृति दी है। सीएम ने यह रुपए जिलों को भेज दिए।

मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी को सूखा राहत के वितरण की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया  उन्होंने कहा कि आज से ही इसकी शुरुआत कर दें।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और वित्त मंत्री विजय चौधरी, चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी के अलावे कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। सीएम ने जाते-जाते निर्देश दिया सूखा राहत वितरण का काम प्राथमिकता के आधार पर करना है।

बिहार में सूखे की मार से इस साल भी किसानों को परेशानी हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग और हेलीकॉप्टर से राज्य में बारिश और सूखे के हालात का जायजा लिया। राज्य भर में किए गए  आकलन और समीक्षा के बाद 11 जिलों को सूखा प्रभावित पाया गया।  इन जिलों के 96 प्रखंड केयर 937 पंचायत सूखा प्रभावित घोषित किए गए।  इन सभी चयनित पंचायतों के प्रत्येक परिवार को  की सहायता राशि दी जा रही है।

Share This Article
More from ADMINISTRATIONMore posts in ADMINISTRATION »
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from PATNAMore posts in PATNA »
More from PoliticsMore posts in Politics »
More from ReligionMore posts in Religion »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *