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क्‍या महागठबंधन में आ गई है दरार? जानें बीजेपी क्‍यों उठा रही यह सवाल

बिहार में सत्‍ता का समीकरण बदलने के बाद सियासी आरो’प-प्रत्‍यारोप का दौर लगातार जारी है. बीजेपी प्रदेश की महागठबंधन सरकार और घटक दलों पर लगातार हमले कर रही है. भारतीय जनता पार्टी ने अब महागठबंधन की एकता पर सवाल उठाया है.

JDU के कार्यालय में महागठबंधन के घटक दलों की बैठक हुई है. जीतन राम मांझी की पार्टी इसमें शामिल नहीं हुई. (न्‍यूज 18 हिन्‍दी)

भाजपा का कहना है कि महागठबंधन एकजुट नहीं है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि बीजेपी ने आखिरकार महागठबंधन की एकता पर सवाल क्‍यों उठाया है? क्‍या सच में महागठबंधन में दरार आ चुकी है?

नीतीश कुमार ने जब से भाजपा से अलग होकर महागठबंधन का दामन थामा है, तभी से बीजेपी लगातार हम’लावर है. भाजपा न सिर्फ़ नीतीश कुमार पर बल्कि महागठबंधन की एकता पर भी सवाल खड़े कर निशाना साध रही है. दूसरी तरफ, महागठबंधन के नेता भी भाजपा पर हमला करने के साथ-साथ एकजुटता दिखाने के लिए पहली बार एक मंच पर JDU दफ़्तर में जुटे.

महागठबंधन की इस बैठक में एक सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ़ से कोई भी शामिल नहीं हुआ. इससे भाजपा को महागठबंधन पर हमला करने का एक और मौक़ा मिल गया. भाजपा ने माहगठबंधन की एकता पर सवाल खड़ा कर चुटकी ली है.

बिहार विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने ट्वीट किया, ‘महागठबंधन की प्रेस वार्ता में जीतन राम मांझी की पार्टी का नुमाइंदा कहां है? इसे दलितों से नफ़रत कहें या मांझी का डर? वैसे महागठबंधन में इतनी जल्दी गांठ पड़ेगी हमने तो नहीं सोचा था. हमने तो पहले ही कह दिया था कि यह बेमेल गठबंधन है. ज़्यादा दिनों तक नहीं चलेगा.

वहीं, जब हम के वरिष्ठ नेता दानिश रिज़वान से इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया. दानिश रिज़वान कहते हैं की उनलोगों को प्रेस वार्ता की जानकारी मीडिया से मिली. अब महागठबंधन की प्रेस वार्ता की जानकारी उनलोगों को क्‍यों नहीं दिया गया यह तो वही बता पाएंगे, जिन्होंने इसका आयोजन किया था. दानिश रिजवान ने आगे कहा कि इससे ज़्यादा वह कुछ नहीं बता सकते हैं.

जीतन राम मांझी की पार्टी को आमंत्रित नहीं करने के सवाल पर JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सफ़ाई देते हुए कहा, ‘महागठबंधन के सबसे वरिष्ठ नेता और नीतीश कुमार के बेहद नज़दीकी जीतन राम मांझी हैं. उनकी पार्टी को प्रेस वार्ता में ना बुलाना मानवीय भूल है. गलती से हम पार्टी को बुलावा नहीं गया था. इसके अलावा ऐसी कोई मंशा नही थी. जो लोग यह सवाल उठा रहे हैं वो मुग़ालते में रहें. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा महागठबंधन का मज़बूत सहयोगी है और रहेगा.’

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