संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन का मानव परीक्षण गुरुवार को ब्रिटेन में शुरू होगा। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी इस प्रक्रिया के बारे में कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने घोषणा की कि इस गुरुवार से लोगों में ऑक्सफोर्ड (Oxford) द्वारा बनाए गए टीके का परीक्षण किया जाएगा। बता दें कि वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया जा रहा है, जो मानते हैं कि इससे 80 फीसद तक सफलता हाथ लगेगी।
मैट हैनकॉक ने टीका विकास परियोजनाओं में शामिल प्रत्येक के लिए £ 20 मिलियन के सार्वजनिक धन का वादा किया। ऑक्सफोर्ड में जेनर इंस्टीट्यूट की टीम ट्रायल पूरा होने से पहले ही वैक्सीन के उत्पादन की योजना बना रही है ताकि सितंबर तक कम से कम एक लाख वैक्सीन तैयार हो जाए। बताया गया कि इंपीरियल कॉलेज लंदन भी कोविद -19 के लिए एक वैक्सीन विकसित करने की कोशिश कर रहा है। कोविद -19 से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और एक वैक्सीन केवल दो तरीके हैं, जिसके कारण दुनिया भर में लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जा रहा हैं। लॉकडाउन ना हो तो लोग बाहर निकलेंगे और ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का कुछ महत्व नहीं रह जाएगा।
मैट हैनकॉक ने कहा, ‘कोरोना वायरस को हराने का सबसे अच्छा तरीका एक वैक्सीन है, क्योंकि यह एक नई बीमारी है, यह अनिश्चित विज्ञान है, लेकिन मुझे यकीन है कि हम वैक्सीन विकसित करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा देंगे।’ ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे निर्माण क्षमता में भी निवेश कर रहे हैं, इसलिए यदि इनमें से कोई भी टीका काम करता है, तो हम इसे ब्रिटिश लोगों के लिए जल्द से जल्द उपलब्ध करा सकते हैं।
ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ चांद नागपॉल ने घोषणा का स्वागत किया और कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से सकारात्मक है कि कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए परीक्षण शुरू हो रहे हैं क्योंकि एक प्रभावी टीका इसे नष्ट करने का सबसे अच्छा तरीका है। मुझे आशा है कि दुनिया के सामूहिक प्रयासों से जल्द से जल्द एक वैक्सीन विकसित की जाएगी।’
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