बिहार में शरा’बबंदी कानून लागू होने के बाद कई बार संशोधन किये गये. लेकिन, श’राब त’स्करी के मामले कम नहीं हो रहे हैं. पिछले आठ माह में श’राबबंदी कानून का उ’ल्लंघन करने वालों की गिर’फ्तारी के आंकड़ों में करीब सात गुणा वृद्धि हुई है. बिहार में चलाये जा रहे म’द्य निषेध अभियान के तहत श’राबबंदी उल्लंघन के मामलों में हर दिन औसतन 500 से अधिक गिर’फ्तारी हो रही है.
नवंबर 2021 में मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के समय मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग हर दिन औसत 24 लोगों को गिरफ्तार करता था, जो इस साल जून में बढ़ कर 162 तक पहुंच गया है.
वहीं, बिहार पुलिस का यह आंकड़ा प्रति दिन 350 का है. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि शराबबंदी का उल्लंघन करने के मामले में पिछले आठ माह में गिरफ्तारी के आंकड़ों में करीब सात गुना वृद्धि हुई है.
मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग से जानकारी दी गई है कि अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए पटना में पांच अनुमंडल में बांटकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पांचों टीम प्रखंडवार कार्रवाई कर रही है. हर दिन इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जा रही है. साथ ही पटना के आसपास के इलाके छपरा, वैशाली और भोजपुर में अवैध शराब तस्करी को रोकने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है.
इसमें भी पटना जिले पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है. पिछले साल दिसंबर तक पटना जिले में उत्पाद टीम हर दिन औसत तीन लोगों को गिरफ्तार करती थी, जो बढ़ते-बढ़ते जून माह में प्रतिदिन 24 गिरफ्तारी तक पहुंच गयी है. उत्पाद आयुक्त ने बताया कि पटना जिले में पांचों टीम प्रखंडवार कार्रवाई कर रही है और हर दिन इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जा रही है.
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