मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी का सपना पीछे छूटता नज़र आ रहा है। नाला-सड़क निर्माण कार्य की धीमी रफ़्तार ने शहरवासियों की मुश्किल बढ़ा दी हैं। स्थिति यह है कि नाला निर्माण करने के लिए खोदे गए गड्ढ़े से हुए जलजमाव के कारण राहगीर गली-कुचों से निकलने को मजबूर हो रहे हैं।
पुरे शहर में आवागमन की स्थिति से कोहराम मचा हुआ हैं। जगह-जगह जाम लगने के कारण लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा हैं। खासकर शहर के व्यावसायिक इलाके व व्यस्त रोड में जहां-तहां गड्ढ़ा खोदकर छोड़ने व नाला निर्माण की धीमी गति ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी हैं।
हालात यह है सड़क पर भारी जाम के साथ ही गड्ढ़े में गिरने का खतरा बना हुआ है। साथ ही बिजली के तारों का पानी में गिरने से होने वाले हादसे का भी खतरा बना हुआ हैं। सरैयागंज टावर रोड के दुकानदारों ने बताया कि वे अपने खर्च पर बांस की चचरी का निर्माण कराकर दुकान के आगे लगाए है। ताकि ग्राहक को आने-जाने में असुविधा न हो। फिर भी गड्ढे में हर समय गिरने का डर बना रहता है।
दुकानदारों ने बताया कि पिछले दो सालों से कोरोना के कारण व्यापार ख़त्म था, लेकिन इस साल नाला निर्माण कार्य ने व्यापार को ठप कर दिया हैं। गन्दगी, मच्छर जैसी कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।
शहर के मुख्य मार्केट मोतीझील, अमर सिनेमा रोड, कंपनीबाग रोड, सरैयागंज टावर रोड, कलमबाग चौक, अघोरिया बाजार, स्टेशन रोड, चंद्रलोक चौक, इमलीचट्टी बस स्टैंड समेत कई स्थानों पर नाला निर्माण के लिए बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर रामभरोसे छोड़ दिया गया है।
शहर की सबसे बड़ी समस्या बन गयी हैं, यह “स्मार्ट सिटी” इसके कारण राहगीरों को हर समय गड्ढे में गिरकर घायल होने का डर सता रहा है। यहां तक की कई राहगीर गड्ढ़े में गिरकर चोटिल हो चुके है। वहीं निगम प्रशासन की ओर से ठोस पहल नहीं की जा रही है।
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